इंदौर। ग्रीन कन्सल्टंट टीम डी कैलोरी एनर्जी कन्सल्टंट के मैनेजिंग डायरेक्टर वरुण गौड़ और पर्यावरण वरिष्ठ दिनेश कुमार ने सभी ग्रीनको मानकों को डिपो के विभिन्न विभागों की टीम के सहयोग से चेक किया. डिपो में सभी मानक जैसे सोलर प्लांट ईटीपी प्लांट ग्रीन हाउस गैस इमिशन में कमी प्राकृतिक प्रकाश टर्बो वेंटिलेटर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग वेस्ट मैनेज्मेंट बिजली और पानी की बचत स्टैंडर्ड मानक के अनुसार पाए गए.
ग्रीनको के मानकों पर खरा उतरे : रेलवे जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना के अनुसार रेल प्रबंधन द्वारा दोनो कोचिंग डिपो में ग्रीनको मानक को व्यवस्थित मेंटेन किया गया. इस कारण सिल्वर ग्रीनको प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है. सीआईआई देश के एकमात्र ऐसी संस्था है जो ग्रीनको रेटिंग प्रदान करती है. ग्रीनको रेटिंग को प्राप्त करने के लिए दोनो डिपो द्वारा उर्जा संरक्षण जल संरक्षण तथा कचरा एवं सामग्री प्रबंधन विशेष ध्यान दिया गया. ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु एलईडी इंस्टॉलेशन किया गया.सिकलाइन तथा पिट लाइन में कोच टेस्टिंग हेतु 750 वोल्ट सप्लाई हेतु सबस्टेशन बनाया गया.
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ग्रीनरी का भी ध्यान रखा गया : इसके साथ ही डीजल की खपत में संतोषजनक कटौती के अलावा कार्बनडाईऑक्साइड उत्सर्जन को भी नियंतित्रत किया गया. वर्तमान में डिपो 10 किलोवाट क्षमता की सौर उर्जा का उत्पादन करता है. जलसंरक्षण के क्षेत्र में डिपो परिसर में विभिन्न स्थानों पर वाटर मीटर लगाये गए, जिससे की जल की खपत का उचित रिकॉर्ड रखा जाना सुनिश्चित किया जा सका है. डिपो में 105 केएलडी क्षमता के वाटर रिसायकलिंग प्लांग का निर्माण किया गया, जिससे की जल को रिसायकल कर उसका पुन: उपयोग किया जा रहा है. इस प्लांट के आसपास एक हरे पैच का निर्माण किया गया है, जहां पर पौधरोपण किया गया है, जिससे कि डिपो की खूबसूरती में काफी बढ़ोतरी हुई है.