इंदौर। इंदौर एसटीएफ (Indore STF) की टीम ने हवाला के 70 लाख 10 हजार रुपए बरामद किए हैं. मामले में गुजरात के रहने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने इंदौर के जावरा कंपाउंड में दबिश दी थी. जहां नाकोड़ा कॉम्प्लेक्स में तीसरी मंजिल पर बने एक फ्लैट में दीवार में अंडरग्राउंड तरीके से तिजोरी छुपाई गई थी. जिसको खोलने के बाद इतनी बड़ी रकम एसटीएफ के हाथ लगी है. फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ हो रही है, अन्य विभागों को भी मामले की सूचना दे दी गई है.
दीवार के नीचे बनाया था चेंबर
आरोपियों ने बड़ी ही चालाकी से फ्लैट की दीवार में गुप्त चेम्बर बनाया हुआ था, जिसमें एक तिजोरी रखी हुई थी. मुखबिर की सूचना पर छापा मारने पहुंची STF ने फ्लैट में घंटों सर्चिंग की. इस दौरान टीम को एक दीवार में कुछ अजीब लगा, जहा चैक करने पर दीवार के अंदर एक गुप्त तिजोरी नजर आई. एक स्पेशल स्केल से चेम्बर का दरवाजा खुलता था.
गुजरात के हैं सात आरोपी
एसटीएफ ने इस पूरे मामले में गुजरात के मेहसाणा का रहने वाला सुरेश सोलंकी, अहमदाबाद का रहने वाला राजेंद्र पटेल, मेहसाणा का रहने वाला अजय सिंह, मारण का रहने वाला मेहुल दवे, भावनगर का रहने वाला पदम सिंह, सोमनाथ का रहने वाला शरद और सोमनाथ का ही रहना वाला विजय को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से नोट गिनने की तीन मशीनें भी जब्त की गई हैं. 9 मोबाइल भी एसटीएफ ने जब्त किए हैं.
हवाला कारोबारियों ने गुप्त चेम्बर में 70 लाख 10 हजार रुपए छुपा रखे थे. एसटीएफ पुलिस को एक स्पेशल जैकेट भी मिली है, जिसमें पैसों को छुपाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता था. फिलहाल ये रुपये किसके हैं, और इन हवाला कारोबारियों के तार कहां-कहां जुड़े हैं, इसका पता लगाया जा रहा है.
- STF एसपी मनीष खत्री
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पहले भी मामले आए थे सामने
पहले भी पुलिस और एसटीएफ ने कई हवाला कारोबारियों को पकड़ा था. गुजरात और महाराष्ट्र में हवाला के माध्यम से रुपए पहुंचाने का काम इंदौर से ही किया जाता है, क्योंकि इंदौर हवाला कारोबारियों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है. काफी सालों से इंदौर में हवाला का काम करने वाले सक्रिय हैं. जिन पर पुलिस पहले भी कार्रवाई कर चुकी है.
IT विभाग सहित अन्य विभागों को दी जाएगी सूचना
एसटीएफ मामले की जांच कर रही है. पूरे मामले में इनकम टैक्स विभाग को भी सूचना दी जाएगी. फिलहाल आने वाले दिनों में अन्य एजेंसी भी इस पूरे मामले में जांच पड़ताल में जुट सकती हैं. एसटीएफ पकड़े गए आरोपियों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह इतना सारा पैसा किस व्यापारी को देने के लिए जा रहे थे और कहां से लेकर आए थे.