ETV Bharat / state

जिद में दे दी जान: बर्थडे गिफ्ट में नहीं मिला लैपटॉप, तो 15 वर्षीय युवक ने लगा ली फांसी

इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां जन्मदिन पर लैपटॉप गिफ्ट नहीं करने पर 15 वर्षीय युवक ने फांसी लगा ली.

suicide
फांसी
author img

By

Published : Aug 10, 2021, 10:51 PM IST

इंदौर। शहर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. जहां जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले 15 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वजह बस इतनी सी थी कि वह तोहफे में लैपटॉप मांग रहा था. पिता ने यह कहते हुए उसकी बात को टाल दिया था कि तुम्हारी आंखें खराब हैं, डॉक्टर और स्कूल के प्रिंसिपल ने मोबाइल-लैपटॉप से दूर रहने को कहा है. दरअसल मृतक के पिता ने कुछ दिन बाद ही अपने बेटे को लैपटॉप दिलाने का भरोसा दिया था, लेकिन वह ऐसी जिद पकड़ बैठा कि अपनी जिंदगी ही खत्म कर ली.

आंख खराब होने के कारण नहीं दिलाया लैपटॉप

मृतक के पिता मनोज ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा 10वीं की पढ़ाई कर रहा था. उसका मंगलवार को जन्मदिन था, इसलिए वह दादी से लैपटॉप दिलाने की जिद कर रहा था. दादी और पिता ने उसे समझाया कि अभी उसकी आंखें खराब हो रही हैं, इसलिए डॉक्टर ने इलेक्ट्राॅनिक गैजेट से दूर रहने को कहा है. वहीं, स्कूल प्रिंसिपल ने भी कहा था कि 6 सितंबर से ऑफलाइन क्लास स्टार्ट हो रही है, इसलिए मोबाइल की जरूरत नहीं है. पिता मनोज सराफा में जेवर बनाने का काम करते हैं.

जांच अधिकारी

MP: जहरीली शराब में फंसे तो फांसी, सरकार ने कोरोना काल में की बम्पर कमाई, अब हेरिटेज ब्रांड भी बेचेगी

आत्महत्या के वक्त घर में कोई नहीं था मौजूद

घटना के वक्त मृतक के परिजन छोटा बांगड़दा में अपने निर्माणाधीन मकान पर गए थे. वह अपनी छोटी बहन के साथ अकेला था. शाम करीब 4 बजे जब उसके माता-पिता लौटे तो उन्हें कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला. दरवाजा खोलकर देखा गया तो बेटा फंदे पर लटका हुआ था. आनन-फान में परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. दूसरी तरफ पुलिस ने भी मामले की जांच सुरू कर दी है.

इंदौर। शहर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. जहां जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले 15 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वजह बस इतनी सी थी कि वह तोहफे में लैपटॉप मांग रहा था. पिता ने यह कहते हुए उसकी बात को टाल दिया था कि तुम्हारी आंखें खराब हैं, डॉक्टर और स्कूल के प्रिंसिपल ने मोबाइल-लैपटॉप से दूर रहने को कहा है. दरअसल मृतक के पिता ने कुछ दिन बाद ही अपने बेटे को लैपटॉप दिलाने का भरोसा दिया था, लेकिन वह ऐसी जिद पकड़ बैठा कि अपनी जिंदगी ही खत्म कर ली.

आंख खराब होने के कारण नहीं दिलाया लैपटॉप

मृतक के पिता मनोज ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा 10वीं की पढ़ाई कर रहा था. उसका मंगलवार को जन्मदिन था, इसलिए वह दादी से लैपटॉप दिलाने की जिद कर रहा था. दादी और पिता ने उसे समझाया कि अभी उसकी आंखें खराब हो रही हैं, इसलिए डॉक्टर ने इलेक्ट्राॅनिक गैजेट से दूर रहने को कहा है. वहीं, स्कूल प्रिंसिपल ने भी कहा था कि 6 सितंबर से ऑफलाइन क्लास स्टार्ट हो रही है, इसलिए मोबाइल की जरूरत नहीं है. पिता मनोज सराफा में जेवर बनाने का काम करते हैं.

जांच अधिकारी

MP: जहरीली शराब में फंसे तो फांसी, सरकार ने कोरोना काल में की बम्पर कमाई, अब हेरिटेज ब्रांड भी बेचेगी

आत्महत्या के वक्त घर में कोई नहीं था मौजूद

घटना के वक्त मृतक के परिजन छोटा बांगड़दा में अपने निर्माणाधीन मकान पर गए थे. वह अपनी छोटी बहन के साथ अकेला था. शाम करीब 4 बजे जब उसके माता-पिता लौटे तो उन्हें कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला. दरवाजा खोलकर देखा गया तो बेटा फंदे पर लटका हुआ था. आनन-फान में परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. दूसरी तरफ पुलिस ने भी मामले की जांच सुरू कर दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.