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Indore Murder Case: मनचाहा पैसा नहीं मिला तो की नाबालिग की हत्या... मां-बेटी गिरफ्तार, 2 फरार

Indore Murder Case: मध्य प्रदेश के इंदौर में पुलिस ने मंगलवार को एक 56 वर्षीय महिला और उसकी 20 वर्षीय बेटी को एक नाबालिग लड़की की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि मां-बेटी लड़की को बेचनी चाहते थे, लेकिन वे जब इस काम में असफल हुए तो उन्होंने मिल कर 12 वर्षीय लड़की की हत्या कर दी.

Indore Murder Case
Indore Murder Case
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Published : Apr 5, 2023, 9:37 AM IST

Updated : Apr 5, 2023, 11:12 AM IST

इंदौर। शहर के शिप्रा थाना इलाके में बीते दिनों मिली नाबालिग लड़की के शव की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है, पुलिस ने मामले से पर्दा उठाते हुए बताया कि एक ही परिवार के 4 लोग नाबालिग को बेचने की कोशिश में थे, लेकिन जब वे उसे बेचने में असफल हुए तो उन्होंने बच्ची को मार डाला. इस मामले में पति-पत्नी उनके पुत्र-पुत्री शामिल हैं, फिलहाल महिला और उसकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पिता-पुत्र अभी फरार हैं.

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मिले आरोपी: दरअसल शिप्रा थाना इलाके के मांगलिया में रेलवे ट्रैक के पास बीते 25 मार्च को एक नाबालिग लड़की का शव पड़ा हुआ मिला था, जिसकी उम्र महज 12 साल थी. इसके बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि नाबालिग मृतका पीथमपुर की निवासी थी. मृतका के घर जाकर जब पुसिल ने जांच की तो पता चला कि बच्ची को आखिरी बार पड़ोस में ही रहने वाली लड़की के साथ देखा गया था. इसके बाद पुलिस जब 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक कर आगे बढ़ी तो आरोपियों के पास तक पहुंची. इसके बाद पुलिस ने मौके से मनोरमा(58 साल) और किरण (20 साल) को गिरफ्तार किया.

मनचाहा पैसा नहीं मिला तो की नाबालिग की हत्या: पुलिस के पकड़े गए आरोपियों से जब सख्ती से पूछताछ की तो मनोरमा की बेटी किरण ने बताया कि "नाबालिग बच्ची हमारे घर के ही पास में रहती थी, मैंने अपनी मां के साथ मिलकर उसे बेचने का प्लान बनाया था. मैं उस बच्ची को अच्छे से जानती थी और वो भी मुझे पहचानती थी, इसलिए 22 मार्च को मैं शाम को उस बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले आई घर ले आई और हमने उसे अपने घर में ही 1 दिन के लिए बंद रखा. इसके बाद 24 मार्च को मैं और मेरी मां मिलकर बच्ची को देवास ले गए, हम सब उसे 50,000 रुपये में बेचना चाहते थे, लेकिन 50,000 रुपये में ग्राहक उसे खरीदने को तैयार नहीं था. उसी टाइम बच्ची ने चिल्लाना शुरू कर दिया और घर जाने की जिद करने लगी. हम दोनों मां-बेटी डर गए कि कहीं घर पहुंचकर इसकी आवाज कोई ना सुन ले या फिर ये किसी को कुछ बता ना दे, इसलिए हम दोनों ने पापा और भाई के साथ मिलकर बच्ची को मारने का सोचा. इसके बाद हम चारों उसे रेलवे ट्रैक के पास ले गए, जहां हम लोगों ने पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी."

क्राइम से जुड़ी अन्य खबरें यहां पढ़ें:

जांच में जुटी पुलिस: फिलहाल मामले में पुलिस ने मनोरमा और उसकी बेटी किरण को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं पिता-पुत्र अभी भी फरार हैं. पुलिस अधीक्षक (एसपी) हितिका वासल का कहना है कि "हमने नाबालिग बच्ची के हत्यारी मां-बेटी मनोरमा और किरण को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं मनोरमा का पति और पुत्र फरार है, जिसकी तलाश जारी है. हम जल्द ही दोनों आरोपियों को पकड़ लेंगे, इसके बाद सभी को कोर्ट में पेश करेंगे."

इंदौर। शहर के शिप्रा थाना इलाके में बीते दिनों मिली नाबालिग लड़की के शव की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है, पुलिस ने मामले से पर्दा उठाते हुए बताया कि एक ही परिवार के 4 लोग नाबालिग को बेचने की कोशिश में थे, लेकिन जब वे उसे बेचने में असफल हुए तो उन्होंने बच्ची को मार डाला. इस मामले में पति-पत्नी उनके पुत्र-पुत्री शामिल हैं, फिलहाल महिला और उसकी बेटी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पिता-पुत्र अभी फरार हैं.

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मिले आरोपी: दरअसल शिप्रा थाना इलाके के मांगलिया में रेलवे ट्रैक के पास बीते 25 मार्च को एक नाबालिग लड़की का शव पड़ा हुआ मिला था, जिसकी उम्र महज 12 साल थी. इसके बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि नाबालिग मृतका पीथमपुर की निवासी थी. मृतका के घर जाकर जब पुसिल ने जांच की तो पता चला कि बच्ची को आखिरी बार पड़ोस में ही रहने वाली लड़की के साथ देखा गया था. इसके बाद पुलिस जब 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक कर आगे बढ़ी तो आरोपियों के पास तक पहुंची. इसके बाद पुलिस ने मौके से मनोरमा(58 साल) और किरण (20 साल) को गिरफ्तार किया.

मनचाहा पैसा नहीं मिला तो की नाबालिग की हत्या: पुलिस के पकड़े गए आरोपियों से जब सख्ती से पूछताछ की तो मनोरमा की बेटी किरण ने बताया कि "नाबालिग बच्ची हमारे घर के ही पास में रहती थी, मैंने अपनी मां के साथ मिलकर उसे बेचने का प्लान बनाया था. मैं उस बच्ची को अच्छे से जानती थी और वो भी मुझे पहचानती थी, इसलिए 22 मार्च को मैं शाम को उस बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले आई घर ले आई और हमने उसे अपने घर में ही 1 दिन के लिए बंद रखा. इसके बाद 24 मार्च को मैं और मेरी मां मिलकर बच्ची को देवास ले गए, हम सब उसे 50,000 रुपये में बेचना चाहते थे, लेकिन 50,000 रुपये में ग्राहक उसे खरीदने को तैयार नहीं था. उसी टाइम बच्ची ने चिल्लाना शुरू कर दिया और घर जाने की जिद करने लगी. हम दोनों मां-बेटी डर गए कि कहीं घर पहुंचकर इसकी आवाज कोई ना सुन ले या फिर ये किसी को कुछ बता ना दे, इसलिए हम दोनों ने पापा और भाई के साथ मिलकर बच्ची को मारने का सोचा. इसके बाद हम चारों उसे रेलवे ट्रैक के पास ले गए, जहां हम लोगों ने पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी."

क्राइम से जुड़ी अन्य खबरें यहां पढ़ें:

जांच में जुटी पुलिस: फिलहाल मामले में पुलिस ने मनोरमा और उसकी बेटी किरण को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं पिता-पुत्र अभी भी फरार हैं. पुलिस अधीक्षक (एसपी) हितिका वासल का कहना है कि "हमने नाबालिग बच्ची के हत्यारी मां-बेटी मनोरमा और किरण को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं मनोरमा का पति और पुत्र फरार है, जिसकी तलाश जारी है. हम जल्द ही दोनों आरोपियों को पकड़ लेंगे, इसके बाद सभी को कोर्ट में पेश करेंगे."

Last Updated : Apr 5, 2023, 11:12 AM IST
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