इंदौर। इंदौर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लगातार हत्या की वारदात सामने आ रही हैं. बीत 1 माह में एक दर्जन से अधिक हत्या की घटनाएं हुई हैं. शहर में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम को करीब 2 साल बीत चुके हैं लेकिन उसके बाद भी जिस तरह से बदमाशों द्वारा हत्याकांड की घटना को अंजाम दिया जा रहा है, उससे कई तरह के सवाल पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े हो रहे हैं. हालांकि पुलिस का कहना है कि पिछले साल की तुलना में अपराध घटे हैं.
अपराध का ग्राफ बढ़ा : इंदौर के प्रथम कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र द्वारा अपराध पर रोक लगाने के लिए कई प्रयास किए गए, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए तो वहीं प्रदेश सरकार ने इंदौर में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए अब पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर को भेजा, लेकिन उन्हें अभी कुछ दिन ही मिले हैं लेकिन अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले एक महीने की बात की जाए तो इंदौर शहर में लगातार हत्याओं के दौर जारी है. शहर में बीते एक महीने में 10 से 12 हत्या हो चुकी हैं.
बचाव में पुलिस का ये तर्क : इंदौर कमिश्नर का कहना है कि जो हत्या हो रही हैं, उसके कई कारण हैं. इंदौर शहर में सामान्य अपराध पिछले कई सालों से हो रहे हैं. उसी के अनुसार इंदौर शहर में क्राइम बढ़ा है. पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने भी स्वीकार किया है कि पिछले दिनों इंदौर भी कुछ हत्याएं हुई हैं, जिसमे पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके साथ ही उनका कहना है कि अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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पारिवारिक विवाद में भी हत्या : बता दें कि इंदौर के हीरा नगर थाना, तेजाजी नगर थाना, आजाद नगर थाना, एरोड्रम थाना, बाणगंगा थाना, जूनी इंदौर थाना क्षेत्र के अलावा और भी हत्या हुई हैं, जहा किसी ने अपने भाई को कैंची मारकर हत्या कर दी तो कहीं अपनी दूसरी पत्नी के कहने पर 7 साल के मासूम की हत्या कर दी गई. कहीं आपसी रंजिश के चलते हत्या हो चुकी है. बहरहाल, देखने वाली बात होगी कि क्या हत्या जैसे जघन्य अपराधों पर पुलिस कमिश्नरी में लगाम लग पाएगी या ऐसे ही चलता हेगा.