इंदौर। बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगर निगम अधिकारी को बल्ले से पीटने के पर इंदौर महापौर मालिनी गौड़ ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आकाश को कोई भी फैसला लेने से पहले महापौर होने के नाते उनसे बात कर लेनी चाहिए थी.
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिस मकान को तोड़ने का आकाश विरोध कर रहे थे उसकी सूची नगर निगम द्वारा पहले ही आकाश को भेजी जा चुकी थी. जहां तक जर्जर मकानों को तोड़ने का सवाल है तो बारिश के पहले हर साल जर्जर मकान तोड़ने की कार्रवाई नगर निगम करता है.
महापौर ने आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका पर नगर निगम के अधिकारियों द्वारा आपत्ति लगाए जाने के सवाल पर कहा कि इस मामले में पार्टी संगठन विरोध का निर्णय ले चुका है और मैं भी पार्टी संगठन के साथ हूं, जो पार्टी कहेगी मैं वही मानूंगी.
इंदौर के बीजेपी कार्यालय पहुंची मालिनी गौड़ ने स्पष्ट करते हुए कहा कि मकानों को तोड़ने के विरोध के दौरान आकाश विजयवर्गीय को एक बार मुझसे चर्चा कर लेनी चाहिए थी.
बता दें कि पिछले साल इंदौर के सरवटे बस स्टैंड पर एक होटल के धराशायी होने के बाद उसमें दबने से 5 लोगों की मौत हो गई थी.