इंदौर। राजनीति में खुद को समाज सेवी बताने वाले जनप्रतिनिधियों के अपने अलग-अलग व्यापार व्यवसाय भी हैं जिन्हें वे कभी नहीं भूलते. इंदौर में ऐसी ही एक दुकान है भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की माता जी की. जिसे विजयवर्गीय धनतेरस से दीपावली तक खुद चलाते हैं. आज चुनावी व्यस्तता के बीच विजयवर्गीय अपनी किराना दुकान पर पहुंचे जहां उन्होंने अपनी दुकान चलाई.
दीपावली पर खुद दुकान चलाते हैं कैलाश: दरअसल इंदौर के नंदा नगर निवासी कैलाश विजयवर्गीय की माता अयोध्या देवी विजयवर्गीय को उनके पड़ोसी काकी जी कहकर बुलाते थे. किसी दौर में काकी जी की नंदा नगर में ही किराने की दुकान थी. यह दुकान आज भी मौजूद है जिसे दीपावली के अवसर पर खुद कैलाश विजयवर्गीय संचालित करते हैं. इस दौरान वह तीन दिनों तक नंदा नगर में रहकर अपनी पुश्तैनी दुकान चलाते हैं. इसी दुकान से उनका परिवार क्षेत्र के रहवासियों को दीपावली की शुभकामनाओं के साथ किराने के सामान की बिक्री भी करता है.
दुकानदार की तरह तोला सामान: हर वर्ष की तरह इस बार भी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपनी पुश्तैनी किराना दुकान पर बैठे और ग्राहकों को समान दिया. साथ ही उन्होंने दुकान की तारीफ करते हुए कहा कि ''पूरे घर परिवार का आर्थिक बोझ यही दुकान उठाती है. इसलिए हम इसके ऋणी हैं.'' इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ''चुनाव की व्यवस्था के चलते वह इस बार धनतेरस पर अपनी नंदा नगर स्थित पुश्तैनी किराना दुकान पर नहीं बैठ पाए थे. इसलिए एक दिन बाद आज इस परंपराओं का निर्वाह किया.''
राज बब्बर खुद चौपाटी है: कैलाश विजयवर्गीय ने ग्वालियर में राज बब्बर के बयान को लेकर कहा ''राज बब्बर फिल्मी दुनिया से नकारे गए तो वह राजनीति में आए. राजनीति से भी नकारे गए तो अब घर बैठ गए हैं. उनकी बात कौन सुनता है.'' इस दौरान उन्होंने प्रियंका गांधी के बीजेपी को अहिरावण से तुलना को लेकर कहा कि ''उन्होंने रामायण पढ़ी नहीं है, उन्हें राम के बारे में जानकारी नहीं है. उनकी ही कांग्रेस पार्टी ने तो एफिडेविट दिया है कि राम, कृष्ण और हनुमान कभी हुए नहीं, अहिरावन रावण कहां से हुआ. उनकी रामायण में रावण का कैसा उदाहरण देना चाहिए उन्हें तो अधिकार ही नहीं है कि रामचरित्र मानस के किसी भी पत्र का जिक्र करने का है.''
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस का चेहरा किया उजागर: आचार्य प्रमोद कृष्णम को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि ''कांग्रेस के अंदर ऐसे अभी भी कुछ लोग हैं जो सच बोलने का साहस रखते हैं. जिसमें आचार्य प्रमोद कृष्णम एक हैं. उन्हें मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं बहुत ही विद्वान व्यक्ति हैं प्रमोद आचार्य. उन्होंने कांग्रेस का चेहरा जनता के सामने रखा है कांग्रेस के लोगों को राम मंदिर और राम जी से भी नफरत है.''