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Indore IIM के छात्र को मिला 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार', आदित्य ने बताई कैसे जगी थी रिसर्च की इच्छा

Indore IIM के प्रतिभागी आदित्य प्रताप सिंह चौहान को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया है. आदित्य भारत के माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा प्रदान किए गए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करने वाले 11 विद्यार्थियों में शामिल हैं. यह पुरस्कार 23 जनवरी 2023 को विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में दिया गया.

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Published : Jan 27, 2023, 3:40 PM IST

इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की शाम को अपने आधिकारिक आवास में देश के 11 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' (PMRBP) के विजेताओं से मुलाकात की. इन विजेताओं से मिलकर PM मोदी ने संवाद किया और बधाई दी. PM मोदी ने सभी विजेताओं की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है. इतना ही नही पीएम ने ट्वीट किया है कि, इन विजेताओं में से उन्होंने छत्तीसगढ़ के रहने वाले आदित्य प्रताप सिंह चौहान की कहानी भी बताई.

  • The phenomenally talented Aditya Pratap Singh Chauhan has been awarded the Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar for his strides in innovation. He has been working on developing a cost effective technology for ensuring clean water. pic.twitter.com/pHVy9EEOac

    — Narendra Modi (@narendramodi) January 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इनोवेशन के तहत मिला पुरस्कार: आदित्य को उसकी महत्वपूर्ण शोध परियोजना 'माइक्रोपाए नॉवेल अप्रोच फॉर द डाई-बेस्ड डिटेक्शन एंड एल्गी-ड्रिवन फिल्ट्रेशन ऑफ माइक्रोप्लास्टिक्स इन ड्रिंकिंग वाटर' के लिए 'इनोवेशन कैटेगरी' के तहत पुरस्कार मिला है. पुरस्कार समारोह, 26 जनवरी तक चला. इसमें आदित्य को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने का अवसर भी दिया गया था.

कक्षा 9वी में शुरू किया था शोध: पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र आदित्य का कहना है कि, 'मैंने जो डिटेक्शन सिस्टम तैयार किया था. उसमें पानी के नमूने पर उपयोग करने के लिए एक जैव रासायनिक डाई शामिल है. जिसे बाद में एक कंप्यूटर विजन बेस्ड एल्गोरिदम के माध्यम से पारित किया जाता है. जो पीने के पानी में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक्स की संख्या की जानकारी दे सकता है. दूसरे चरण में, फिल्टर कार्ट्रिज फिल्टरिंग एजेंट के रूप में माइक्रोएलगी का उपयोग करता है. इस परियोजना की शुरुआत 9वीं कक्षा में हुई थी. इसका विकास आईआईएम इंदौर के आईपीएम पाठ्यक्रम में प्रवेश तक चला.

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अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रेरणा: आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 प्राप्त करने पर संस्थान को आदित्य पर गर्व है. जो छात्र अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में योगदान देने के इच्छुक हैं उनके लिए वह प्रेरणा है. आईआईएम इंदौर विद्यार्थियों के लिए सदा सर्वश्रेष्ठ पेशकश पर ध्यान केंद्रित करता है. पाठ्यक्रम इस तरह से तैयार किए गए हैं जो ना केवल हमारे प्रतिभागियों को विषय की अच्छी तरह से समझने में मदद करते हैं बल्कि, उन्हें वास्तविक जीवन में लागू करने में सक्षम बनाते हैं.

इंदौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की शाम को अपने आधिकारिक आवास में देश के 11 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' (PMRBP) के विजेताओं से मुलाकात की. इन विजेताओं से मिलकर PM मोदी ने संवाद किया और बधाई दी. PM मोदी ने सभी विजेताओं की कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है. इतना ही नही पीएम ने ट्वीट किया है कि, इन विजेताओं में से उन्होंने छत्तीसगढ़ के रहने वाले आदित्य प्रताप सिंह चौहान की कहानी भी बताई.

  • The phenomenally talented Aditya Pratap Singh Chauhan has been awarded the Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar for his strides in innovation. He has been working on developing a cost effective technology for ensuring clean water. pic.twitter.com/pHVy9EEOac

    — Narendra Modi (@narendramodi) January 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इनोवेशन के तहत मिला पुरस्कार: आदित्य को उसकी महत्वपूर्ण शोध परियोजना 'माइक्रोपाए नॉवेल अप्रोच फॉर द डाई-बेस्ड डिटेक्शन एंड एल्गी-ड्रिवन फिल्ट्रेशन ऑफ माइक्रोप्लास्टिक्स इन ड्रिंकिंग वाटर' के लिए 'इनोवेशन कैटेगरी' के तहत पुरस्कार मिला है. पुरस्कार समारोह, 26 जनवरी तक चला. इसमें आदित्य को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करने का अवसर भी दिया गया था.

कक्षा 9वी में शुरू किया था शोध: पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र आदित्य का कहना है कि, 'मैंने जो डिटेक्शन सिस्टम तैयार किया था. उसमें पानी के नमूने पर उपयोग करने के लिए एक जैव रासायनिक डाई शामिल है. जिसे बाद में एक कंप्यूटर विजन बेस्ड एल्गोरिदम के माध्यम से पारित किया जाता है. जो पीने के पानी में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक्स की संख्या की जानकारी दे सकता है. दूसरे चरण में, फिल्टर कार्ट्रिज फिल्टरिंग एजेंट के रूप में माइक्रोएलगी का उपयोग करता है. इस परियोजना की शुरुआत 9वीं कक्षा में हुई थी. इसका विकास आईआईएम इंदौर के आईपीएम पाठ्यक्रम में प्रवेश तक चला.

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अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रेरणा: आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने कहा कि, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 प्राप्त करने पर संस्थान को आदित्य पर गर्व है. जो छात्र अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में योगदान देने के इच्छुक हैं उनके लिए वह प्रेरणा है. आईआईएम इंदौर विद्यार्थियों के लिए सदा सर्वश्रेष्ठ पेशकश पर ध्यान केंद्रित करता है. पाठ्यक्रम इस तरह से तैयार किए गए हैं जो ना केवल हमारे प्रतिभागियों को विषय की अच्छी तरह से समझने में मदद करते हैं बल्कि, उन्हें वास्तविक जीवन में लागू करने में सक्षम बनाते हैं.

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