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इंदौर में अयोध्या जैसा मंदिर, 400 परिवारों का दान और साकार हो गया राम मंदिर का सपना, इस दिन होगी प्राण प्रतिष्ठा - Sindoda village indore

Indore Ram Mandir: अयोध्या के राम मंदिर की तरह की इंदौर जिले में भी रामलला का मंदिर बनकर रेडी है. सिंदोडा गांव में बने मंदिर की खास बात यह है कि गांव के 400 परिवारों ने अपनी प्रति बीघा के हिसाब से ₹2100 दान दिए, जिसके बाद राम मंदिर का सपना साकार हुआ.

Indore Ram Mandir
इंदौर में अयोध्या जैसा मंदिर
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 13, 2024, 1:31 PM IST

Updated : Jan 13, 2024, 2:13 PM IST

इंदौर के सिंदोडा गांव में अयोध्या जैसा मंदिर

इंदौर। अयोध्या में श्री राम मंदिर को लेकर देश भर में आस्था का माहौल है. इस मंदिर की तरह हूबहू मंदिर इंदौर में भी हो इसके लिए सिंदोडा गांव के 400 परिवारों ने अपनी जमीन के प्रति बीघा के हिसाब से ₹2100 दान करते हुए यहां भव्य राम मंदिर तैयार किया है. खास बात यह है कि अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही 5 अगस्त 2020 को मंदिर की आधारशिला रखी गई थी. वहीं, इस मंदिर का लोकार्पण 22 जनवरी के स्थान पर अप्रैल में रामनवमी के अवसर पर होगा. ग्रामीणों ने अपील की है कि जो श्रद्धालु 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा सकेंगे वह रामनवमी पर इस मंदिर में पहुंचकर अयोध्या की मूर्ति की तरह ही स्थापित की जाने वाली मूर्ति के दर्शन कर सकेंगे.

अगस्त 2020 में रकी मंदिर निर्माण की आधारशिला

दरअसल अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को अयोध्या के अंदर राम मंदिर निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रखी गई थी. उसी दिन इंदौर जिले के सिंदोडा में भी एक राम मंदिर की स्थापना की गई थी. अयोध्या के तर्ज पर ही सिंदोडा में भी राम मंदिर का निर्माण भव्य पैमाने पर किया जा रहा है. जिसमें करीब करीब डेढ़ करोड रुपए खर्च होंगे. रामनवमी पर राम, लखन, जानकी की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.

मंदिर के लिए ग्रामीणों का दान

सिंदोडा ग्राम पंचायत के सरपंच निलेश पाटीदार ने मंदिर के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ''5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मंदिर की स्थापना की गई. उसके पहले गांव के लोगों ने यह निर्णय लिया कि 200 वर्षों के संघर्ष के बाद जो राम मंदिर अयोध्या में बन रहा है इसकी प्रतिकृति के रूप में अयोध्या के राम मंदिर के तर्ज पर हमारे गांव में भी उसी प्रकार का भव्य मंदिर बनना चाहिए. गांव के लोगों ने इस मामले में फैसला लेकर तय किया कि जिसके पास जितनी जमीन है उस जमीन के हिसाब से प्रति बीघा ₹2100 देना होगा. इस पर सभी ग्रामीण राजी हो गए.

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सोमपुरा से ली मंदिर की डिजाइन

लेकिन बाद में मंदिर निर्माण की राशि की लागत लगातार बड़ती चली गई. जिसके फल स्वरुप ग्रामीणों को 2100 से बढ़कर 4200 रुपए प्रति बीघा के हिसाब से धन राशि देनी पड़ी. वहीं, गांव में जितने भी लोग नौकरी धंधे वाले थे उनसे उनके समर्थ के अनुसार चंदा लिया गया था. कुल मिलाकर एक से डेढ़ करोड़ चंदा इकट्ठा हुआ और उसी में मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. मंदिर के लिए सोमपुरा से डिजाइन ली गई और उसी के तर्ज पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.

राजस्थान और जयपुर से बुलवाई सामग्री

बताया जाता है कि सिंदोडा गांव के किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी न होने के बावजूद दिल बड़ा करते हुए प्रत्येक परिवार ने राम के मंदिर के लिए धन का संग्रह किया गया है. मंदिर में पत्थर से लेकर मूर्ति और मंदिर निर्माण की सारी सामग्री राजस्थान और जयपुर से बुलवाई गई है. जिससे की मंदिर को अयोध्या की तरह ही भव्य रूप प्रदान किया जा सके.

इंदौर के सिंदोडा गांव में अयोध्या जैसा मंदिर

इंदौर। अयोध्या में श्री राम मंदिर को लेकर देश भर में आस्था का माहौल है. इस मंदिर की तरह हूबहू मंदिर इंदौर में भी हो इसके लिए सिंदोडा गांव के 400 परिवारों ने अपनी जमीन के प्रति बीघा के हिसाब से ₹2100 दान करते हुए यहां भव्य राम मंदिर तैयार किया है. खास बात यह है कि अयोध्या के राम मंदिर की तरह ही 5 अगस्त 2020 को मंदिर की आधारशिला रखी गई थी. वहीं, इस मंदिर का लोकार्पण 22 जनवरी के स्थान पर अप्रैल में रामनवमी के अवसर पर होगा. ग्रामीणों ने अपील की है कि जो श्रद्धालु 22 जनवरी को अयोध्या नहीं जा सकेंगे वह रामनवमी पर इस मंदिर में पहुंचकर अयोध्या की मूर्ति की तरह ही स्थापित की जाने वाली मूर्ति के दर्शन कर सकेंगे.

अगस्त 2020 में रकी मंदिर निर्माण की आधारशिला

दरअसल अयोध्या में 5 अगस्त 2020 को अयोध्या के अंदर राम मंदिर निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रखी गई थी. उसी दिन इंदौर जिले के सिंदोडा में भी एक राम मंदिर की स्थापना की गई थी. अयोध्या के तर्ज पर ही सिंदोडा में भी राम मंदिर का निर्माण भव्य पैमाने पर किया जा रहा है. जिसमें करीब करीब डेढ़ करोड रुपए खर्च होंगे. रामनवमी पर राम, लखन, जानकी की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी.

मंदिर के लिए ग्रामीणों का दान

सिंदोडा ग्राम पंचायत के सरपंच निलेश पाटीदार ने मंदिर के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ''5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मंदिर की स्थापना की गई. उसके पहले गांव के लोगों ने यह निर्णय लिया कि 200 वर्षों के संघर्ष के बाद जो राम मंदिर अयोध्या में बन रहा है इसकी प्रतिकृति के रूप में अयोध्या के राम मंदिर के तर्ज पर हमारे गांव में भी उसी प्रकार का भव्य मंदिर बनना चाहिए. गांव के लोगों ने इस मामले में फैसला लेकर तय किया कि जिसके पास जितनी जमीन है उस जमीन के हिसाब से प्रति बीघा ₹2100 देना होगा. इस पर सभी ग्रामीण राजी हो गए.

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सोमपुरा से ली मंदिर की डिजाइन

लेकिन बाद में मंदिर निर्माण की राशि की लागत लगातार बड़ती चली गई. जिसके फल स्वरुप ग्रामीणों को 2100 से बढ़कर 4200 रुपए प्रति बीघा के हिसाब से धन राशि देनी पड़ी. वहीं, गांव में जितने भी लोग नौकरी धंधे वाले थे उनसे उनके समर्थ के अनुसार चंदा लिया गया था. कुल मिलाकर एक से डेढ़ करोड़ चंदा इकट्ठा हुआ और उसी में मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. मंदिर के लिए सोमपुरा से डिजाइन ली गई और उसी के तर्ज पर मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.

राजस्थान और जयपुर से बुलवाई सामग्री

बताया जाता है कि सिंदोडा गांव के किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी न होने के बावजूद दिल बड़ा करते हुए प्रत्येक परिवार ने राम के मंदिर के लिए धन का संग्रह किया गया है. मंदिर में पत्थर से लेकर मूर्ति और मंदिर निर्माण की सारी सामग्री राजस्थान और जयपुर से बुलवाई गई है. जिससे की मंदिर को अयोध्या की तरह ही भव्य रूप प्रदान किया जा सके.

Last Updated : Jan 13, 2024, 2:13 PM IST
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