इंदौर। एमपी के इंदौर में लगातार हो रहे इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों के बावजूद होलकर स्टेडियम की पिच की नेगेटिव मार्किंग के बाद अब बीसीसीआई डैमेज कंट्रोल के मोड में है. लिहाजा पिच की मार्किंग में सुधार के लिए बीसीसीआई द्वारा औपचारिक स्तर पर आईसीसी के समक्ष रिव्यू की अपील की गई है. इतना ही नहीं होलकर स्टेडियम से जुड़े कई प्रतिनिधि भी पिच की रैंकिंग के सुधार के लिए भी सक्रिय नजर आ रहे हैं.
मापदंड नहीं उतरी खरी: हाल ही में इंदौर में हुए बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के बाद मैच रेफरी क्रिस ब्रांड ने होलकर स्टेडियम की पिच को महज 3 अंक देकर पिचकी रैंकिंग गो न्यूनतम दर्शाया था. इसके पीछे वजह दी गई कि पिच के मापदंड के हिसाब से मैच के दौरान बॉल ने सही टर्न नहीं लिया. जिसके कारण लगातार विकेट गिरे और 5 दिन चलने वाला मैच 3 दिन में ही खत्म हो गया. इसके अलावा पिच को लेकर माना जा रहा था कि पिच की खामी के कारण इंडिया टीम विकेट मेंटेनेंस पर खरी नहीं उतर पाई और टेस्ट मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. इस रिपोर्ट के बाद इंदौर के होल्कर स्टेडियम प्रबंधन के अलावा मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने भी निराशा व्यक्त की थी.
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3 निगेटिव रेटिंग: आईसीसी की मार्किंग के बावजूद इंदौर की पिच पर बैन लगने जैसे आसार नहीं है क्योंकि नेगेटिव के 3 पॉइंट हैं जबकि बैन जैसी स्थिति 5 नेगेटिव पॉइंट पर लगती है. यही वजह है कि बीसीसीआई ने समय रहते इस मामले में पहल करते हुए इसकी मार्किंग को लेकर रिव्यू संबंधी अपील आईसीसी के समक्ष की है. माना जा रहा है कि अपील पर सुनवाई के बाद आईसीसी मध्यप्रदेश में क्रिकेट के तेजी से विस्तार और होलकर स्टेडियम के सुनहरे भविष्य को देखते हुए रिव्यू पर सकारात्मक निर्णय दे सकती है. जिससे कि नए सिरे से इंटरनेशनल मैचों की शुरुआत होलकर स्टेडियम में फिर शुरू होगी.