इंदौर। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की केटेगरी में इंदौर को पहला स्थान प्राप्त हुआ है. जनाग्रह सिटी गवर्नमेंट अवार्ड के इस आयोजन में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ऑनलाइन माध्यम से पूर्व महापौर मालिनी गौड़ को अवार्ड देकर सम्मानित दिया. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने इंदौर के सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग मॉडल की तारीफ भी की. बता दें कि, इंदौर के ट्रेन्चिंग ग्राउंड पर पीपीपी मॉडल के तहत लगाए गए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को देश में सबसे बेहतर माना गया है.
गीले और सूखे कचरे के निपटान के साथ ही 6 तरह के अलग-अलग कचरे को फिर से उपयोग में लाने का काम इंदौर ने किया है, जिसकी वजह से जिले को यह अवार्ड मिला है.
केंद्रीय मंत्री ने की तारीफ
पीपीपी मॉडल के तहत ट्रेन्चिंग ग्राउंड में लगाए गए सॉलिड वेस्ट सैरीगेशन प्लांट की केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने तारीफ की. उन्होंने इसे देश में सबसे बेहतर प्लांट बताया. साथ ही केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि किसी भी शहर को साफ बनाने के लिए वहां की निगमायुक्त मेयर का सबसे बड़ा रोल होता है. जनआग्रह सिटी गवर्नमेंट अवार्ड के इस आयोजन में पूर्व महापौर मालिनी गौड़ शामिल हुई, जिसमें उन्होंने ऑनलाइन अवार्ड को रिसीव किया.
जापान के मंत्री ने भी खोजी थी इंदौर में गंदगी
केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि मिनिस्टर बनने के बाद पहली बार इंदौर में थ्री-आर कॉन्फ्रेंस में शामिल होने आए थे, तब उनकी बात जापान के मंत्री से हुई थी. जापान की मंत्री ने उनसे पूछा था कि इंदौर में क्या किया ? तो उन्होंने बताया कि वह पूरी शाम इंदौर में गंदगी ढूंढते रहे, क्योंकि शहर को क्लीनस्ट सिटी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता हैं. इसलिए देखना चाहते थे कि वाकई में शहर में कहीं गंदगी है या नहीं.
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए शहर में 6 प्रकार के डस्टबिन रखे जा रहे हैं. हर घर से 6 प्रकार का कचरा अलग-अलग लिया जा रहा है. इसके बाद कचरे को रीसायकल भी किया जा रहा है. इसी के साथ शहर में पहली बार 4-आर कांसेप्ट पर काम किया जा रहा है.