इंदौर। एमपी के इंदौर में लगातार धोखाधड़ी की वारदातें सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में इंदौर की एमजी रोड पुलिस ने एक पार्षद के बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है. पार्षद के बेटे ने निगम अधिकारी बनकर नगर निगम की कुछ दुकानों का विक्रय संबंधित घोटाला किया था. इसके बाद ही जब संबंधित पक्ष ने थाने पर शिकायत की तो पुलिस ने जांच के बाद पार्षद के बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.
फरियादियों से लाखों की धोखाधड़ी: एमजी रोड थाना प्रभारी संतोष सिंह के मुताबिक, "फरियादी अरविंद और सचिन यादव की शिकायत पर आरोपी भरत पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. फरियादी ने पुलिस को बताया था कि भरत खुद को नगर निगम का अधिकारी बता रहा था और उसने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत एमजी रोड पर कॉप्लेक्स में बनी दुकानों को बेचकर उसे आवंटन करने के लिए खुद को नगर निगम द्वारा अधिकृत बताया. आरोपी द्वारा फरियादियों को झांसा दिया गया. मराठी स्कूल में निर्मित कॉप्लेक्स पर बुलाया गया और दुकानों को विक्रय करने के लिए प्रस्ताव रखा गया. दुकान नंबर 1 व 2 पर अरविंद के नाम से आवंटित करा कर डील कराई गई."
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आरोपी की तलाश: थाना प्रभारी ने बताया कि "आरोपी ने अलग-अलग माध्यम से फरियादियों से 76 लाख रुपए लिए. एक पीड़ित से सवा 18 लाख रुपए भी आरोपी द्वारा लिए गए. जब फरियादी को यह जानकारी लगी कि आरोपी द्वारा उन्हें धोखाधड़ी कर यह दुकानों का विक्रय किया गया है तो उन्होंने पुलिस की शरण ली. पुलिस द्वारा फरियादी की शिकायत पर आरोपी की तलाश की जा रही है."