इंदौर: युवक गोल्ड लोन एजेंट का काम करता था. लाखों रुपए की लूट की साजिश रचने वाले युवक से पूछताछ के दौरान पुलिस ने फर्जी लूट की घटना का खुलासा किया. 7 लाख की राशि युवक के दोस्त से बरामद की गई है. फिलहाल एजेन्ट से युवक से पूछताछ में जुटी हुई है. बताया गया था कि वह कोटेक, एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक में गोल्ड लोन दिलाने का काम करता है. इसी के तहत वह गोल्ड लोन का पैसा लेकर अपने घर मुखर्जी नगर जा रहा था कि तभी रास्ते में अज्ञात दो नकाबपोश बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर उसे लूट लिया गया. इस पूरी घटना को लेकर पुलिस ने तत्परता से फरियादी युवक के अनुसार प्रकरण दर्ज किया था.
कैसे युवक ने किया पुलिस को गुमराह: जांच पड़ताल में जब सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए तो युवक अकेला ही जाता हुआ नजर आ रहा है. कहीं पर भी नहीं रुका और उसके आसपास भी किसी तरह का कोई अज्ञात वाहन भी कई देर तक नहीं निकला. जिस पर से पुलिस ने फर्जी रिपोर्ट दिखाने वाले एजेंट से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी घटनाक्रम बताई और एक प्लाट खरीदने की बात कही. साथ ही बताया कि उसने प्लाट खरीदा है उसका अमाउंट उसे प्लाट दिलाने वाले को देना था. इस कारण से उसने यह फर्जी लूट की घटना घटित कर पुलिस को गुमराह किया है. इस पर से पुलिस ने कुछ ही घंटों में पूरी लूट का पर्दाफाश कर एजेंट सचिन राठौर को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी राशि उसके दोस्त विशाल के यहां से बरामद की गई है.
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सिपाही ने की लूट की घटना को अंजाम: इंदौर के शिप्रा थाना क्षेत्र में 17 मार्च को सिपाही मिर्ची डालकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी आरक्षक के खिलाफ केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल की. जांच पड़ताल करने के बाद जहां पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया तो वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच कर उसकी पुलिस की सेवाएं भी समाप्त कर दी.