इंदौर। शहर की एमआईजी पुलिस ने फर्जी इंटरपोल के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है. बता दें कि फर्जी इंटरपोल का अधिकारी बनकर आरोपी ने एक व्यक्ति से लाखों रुपए लिए थे. जब मामले में शिकायतकर्ता ने पुलिस (Indore Crime News) को ये बात बताई तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया और उससे अब पूछताछ की जा रही है.
क्या है मामला: एमआईजी पुलिस को एक शिकायतकर्ता ने यह जानकारी दी कि, विपुल शेफर्ड नामक व्यक्ति द्वारा बताया गया कि वह पुलिस अधिकारी है, लेकिन वह नकली पुलिस बनकर धोखाधड़ी कर पैसे ऐंठ रहा है. इस मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया. वहीं शिकायतकर्ता ने बताया कि, "मैंने कमलेश पांचाल को 2007 से 2016 तक व्यापार में पैसा लगाने के लिए करीब 1 करोड़ 75 लाख रुपए दिए थे, लेकिन वो उस पैसे को लौटाने में आनाकानी कर रहा था. इस पैसे को वापस दिलाने के लिए पवन सूले ने मुझे विपुल से मिलवाया था."
होटल का खर्चा और लूटे लाखों रुपये: शिकायतकर्ता ने बताया कि, "पवन ने मुझे बताया था विपुल पुलिस अधिकारी है और वो पैसे वापस दिला देगा. विपुल ने मुझे इंटरनेशनल पुलिस आर्गेनाइजेशन का आईडी कार्ड दिखाते हुए बताया कि वह इंटरपोल का अधिकारी है और मेरे पूरे पैसे मुझे वापस दिला देगा. विपुल के ही कहने पर मैंने पुलिस को एक आवेदन पत्र भी दिया था, इस दौरान जब विपुल ने मुझे होटल में रुकवाने के लिए कहा तो मैंने उसकी बड़े होटल में रहने की व्यवस्था कराई. पहले उसने मुझसे लग्जरी होटल का बिल भरवाया और बाद में लाखों रुपए लिए और जब मैंने पैसे मांगे तो उसने टालना शुरू कर दिया. बाद में जब मुझे पता चला कि विपुल पुलिस अधिकारी नहीं है, तब मैंने पुलिस से इस मामले की शिकायत की."
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पुलिस ने आरोपी से परिचय पत्र जब्त किया: थाना प्रभारी अजय वर्मा के मुताबिक, "पूरे मामले में फरियादी की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी बैतूल का रहने वाला है. वहीं पुलिस को उम्मीद है कि पकड़े गए आरोपी की कई और लोग शिकायत लेकर आ सकते हैं, क्योंकि वह इंदौर में कई लोगों के संपर्क में था. पुलिस ने आरोपी विपुल से परिचय पत्र जब्त कर ली है. आरोपी कार्पोरेट कंपनियों में ऊंचे पद पर काम कर चुका है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है."