इंदौर। लसूड़िया थाना क्षेत्र में मां-बेटी ने एक शख्स के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज करवाया था. पुलिस ने मामले में जांच पड़ताल शुरु की, जांच में बलात्कार की कहानी झूठी निकली. इसके बाद मां बेटी के कारनामों का खुलासा हुआ और सामने आया कि अब खुद आरोपी बनीं यह मां-बेटी 6 लोगों को बलात्कार के झूठे केस में फंसा कर उन्हें भी ब्लैकमेल कर रहे थी. पुलिस ने आरोपी महिला और उसकी बेटी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
बलात्कार की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई: जानकारी के अनुसार महिला संगीता ठाकुर ने लसूड़िया थाने में खुद का बलात्कार किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई थी. महिला ने बताया था कि आकाश वर्मा, विनोद राठौर, सोनू मौर्य, अंकुर प्रताप बघेल तथा आशीष चौहान ने 3 वर्ष पहले नशीला पदार्थ पिलाकर उसका यौन शोषण किया था. तथा वीडियो बनाकर धमकी देकर करीब 90 लाख रुपए वसूल कर लिए. पुलिस ने सभी को थाने में तलब कर पूछताछ की. उन लोगों ने बताया कि संगीता ठाकुर ने वर्ष 2016 में भागवत कथा के दौरान मनीष को फोटोग्राफी एंड वीडियोग्राफी का ठेका दिया था, जान पहचान के दौरान संगीता मनीष वर्मा पर दबाव डालकर रुपए मांगने लगी. मनीष वर्मा द्वारा मना करने पर फांसी लगाते हुए का वीडियो मनीष वर्मा को भेजा व कहा कि बलात्कार के झूठे केस में फंसा कर फांसी पर टंग जाऊंगी. पैसे नहीं देने पर उसने मनीष वर्मा के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज कराया था.
राजीनामा कराने के लिए मांगे 10 लाख: इसी शिकायत के संबंध में आवेदिका सोना ने थाने में एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया जिसमें शिकायत की कि संगीता ठाकुर मेरे पति मनीष वर्मा, जेठ मयूर वर्मा व आकाश वर्मा से रंजिश रखती है. पहले भी हमारे खिलाफ संगीता ठाकुर झूठी कार्रवाई में फंसाने की कोशिश कर चुकी है. पहले भी मेरे पति के विरुद्ध एफआईआर करवा कर राजीनामा कराने के लिए 10 लाख रुपए की मांग कर चुकी है. संगीता ठाकुर व उसकी बेटी ने कई लोगों के खिलाफ इंदौर के अलग-अलग थानों में एफआईआर करवा चुकी है.
फरियादी के पति को धमकाया: सोना ने बताया कि ''कुछ दिन पूर्व संगीता ने थाना लसूडिया में मेरे जेठ आकाश वर्मा और मयूर वर्मा के विरुद्ध बलात्कार की झूठी शिकायत की थी. जिसमें मेरे जेठ आकाश वर्मा व मयूर वर्मा को जांच हेतु थाने पर बुलाया था. मैं भी पति मनीष वर्मा, जेठ मयूर, आकाश, सास ऊषा वर्मा व जेठानी चंचल वर्मा के साथ थाना लसूडिया पर आई थी. मेरे पति व देवर से थाने पर पूछताछ की जा रही थी. इसी दौरान थाने के बाहर संगीता ठाकुर अपने पति मनोज ठाकुर और पुत्री अंजली ठाकुर के साथ खड़ी थी तीनों ने मुझे रोका और संगीता ठाकुर मुझसे कहने लगी कि यदि तेरे जेठ आकाश वर्मा और मयूर वर्मा को बलात्कार के प्रकरण से बचाना चाहती है तो 5 लाख रुपए दे दो, नहीं तो बलात्कार के केस में फंसा दूंगी''.
पुलिस ने किया आरोपियों को गिरफ्तार: लसूड़िया पुलिस ने जांच में पाया गया कि संगीता ठाकुर ने अनावेदकों को बलात्कार जैसे गंभीर अपराध में झूठा फंसा कर अवैध रूप से वसूली करने का काम किया है. जिसके बाद पुलिस ने संगीता पति मनोज ठाकुर और बेटी अंजली ठाकुर के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 384, 388, 34 के तहत केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जिसके बाद जेल भेज दिया गया. वहीं अन्य थाना क्षेत्रों में भी जिस तरह से उन्होंने बलात्कार के मामले दर्ज करवाए हैं संभवत उसकी भी आने वाले दिनों में पुलिस जांच कर सकती है.