इंदौर। शहर में मिलावटी दवा बनाने वाले कारखाने पर क्राइम ब्रांच ने छापेमारी की है, क्राइम ब्रांच, आयुष विभाग और ड्रग्स विभाग की संयुक्त कार्रवाई में संचालक, कर्मचारी सहित दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. मुखबिर से सूचना मिली थी कि शिक्षक नगर में एक व्यक्ति मिलावटी दवा बनाने का काम करता है. उसी जगह पर कारखाना भी संचालित किया जा रहा है. जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने आयुष विभाग के अधिकारी और ड्रग्स विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर दबिश दी. फैक्ट्री संचालक नरेंद्र जैन और उसके सहयोगी संतोष पाटिल को नकली दवा बनाते हुए गिरफ्तार किया है.
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कारखाने में सोनामिंट नाम से दवाई बनाई जाती है, जिसे मार्केट में थोक में बेचा जाता है, मौके पर पुलिस को खुले कंटेनरों में रखी लाखों टेबलेट भी मिली है, जोकि इसी कारखाने में बनाई गई थी. पुलिस के मुताबिक आरोपी जो दवाएं बनाते थे, उसमें सोडियम बाय कार्बोनेट उपयोग किया जाता था. जो मेडिकल में उपयोग करने लायक नहीं होता है. इसी सोडियम बाय कार्बोनेट की 27 बोरियां भी कारखाने में पुलिस को मिली हैं.
इततनी भारी मात्रा में सोडियम बाय कार्बोनेट मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर फैक्ट्री को सील कर दिया है, पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने ये भी बताया कि वे दवाएं बनाने के बाद इंदौर शहर की विभिन्न दुकानों पर सप्लाई करते थे.