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नशे के सौदागरों का इंदौर-अफ्रीका कनेक्शन, हैदराबाद में बनी 70 करोड़ की MDMA ड्रग्स बरामद

इंदौर क्राइम ब्रांच ने अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. 5 आरोपियों के साथ क्राइम ब्रांच ने 70 किलो MDMA ड्रग्स और 13 लाख कैश बरामद किया है. आरोपी युवक तेलंगाना और मध्य प्रदेश के हैं. ये हैदराबाद की फार्मा कंपनी में बनी ड्रग लेकर आए थे और इसे अफ्रीका सप्लाई किया जाना था.

Indore Crime Branch
क्राइम ब्रांच
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Published : Jan 5, 2021, 8:06 PM IST

Updated : Jan 6, 2021, 10:31 AM IST

इंदौर। ड्रग वाली आंटी के बाद एक और वार नशे के सौदागरों पर हुआ है. पुलिस के ड्रग्स तस्करी के खिलाफ अभियान में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. ड्रग्स को सप्लाई के समय मुर्गी दाना पाउडर और वैक्सीन के लिए पाउडर बताया जाता था. इंदौर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ आरोपियों के द्वारा बड़ी मात्रा में ड्रग्स को इंदौर से ठिकाने लगाने की तैयारी की जा रही है. सूचना के आधार पर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्त में आए युवकों में एक देवास का MR भी शामिल है जो इस धंधे में कूदा था. पकड़े गए आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में MDMA ड्रग्स और 13 लाख रुपया नगद बरामद किया गया है. वहीं पुलिस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

क्राइम ब्रांच

इंदौर क्राइम ब्रांच का दावा है कि ये ड्रग्स को लेकर अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. आरोपियों द्वारा दो गाड़ियों के माध्यम से तकरीबन 70 किलो एमडी ड्रग्स जिसकी कीमत 70 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. पकड़े गए आरोपियों के द्वारा बड़ी मात्रा में ड्रग्स को इंदौर में सप्लाई करने की तैयारी थी साथ ही इसे अफ्रीका भी भेजा जाना था. आरोपियों की धरपकड़ के लिए एक टीम का गठन किया और टीम ने योजनाबद्ध तरीके से इस पूरे मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया. इनके पास से बड़ी मात्रा में ड्रग्स व लाखों रुपए बरामद हुए.

हैदराबाद से लेकर आते थे भारी मात्रा में ड्रग्स

जिन आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है. वह हैदराबाद से इस ड्रग्स को लेकर आते थे फिर उसे प्रदेश के अलग-अलग जगह पर ठिकाने लगा देते थे. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं. पुलिस को मध्यप्रदेश के नीमच मंदसौर रतलाम के भी कुछ तस्करों की जानकारी मिली है. जिन पर आने वाले समय में कार्रवाई की जा सकती है. वहीं तस्करों के द्वारा पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि हैदराबाद से जो ट्रक चलाई जाती थी. वह इन शहरों में भी आसानी से आ जाती थी और सभी जगहों पर सप्लाई कर दी जाती थी.

ड्रग्स का साउथ अफ्रीका कनेक्शन

पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है उनसे पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि ड्रग्स को साउथ अफ्रीका भेजने की तैयारी थी. इसी के तहत पूरी योजना भी बना ली गई थी, लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पकड़े गए आरोपियों ने जिस तरह से साउथ अफ्रीका का कनेक्शन बताया है उसको देखते हुए पुलिस अब आने वाले दिनों में उनसे लगातार पूछताछ करेगी. इस पूरे रैकेट में उनके और कितने इंटरनेशनल कनेक्शन हैं, इसकी तफ्तीश की जाएगी. प्रारंभिक तौर पर जिस तरह से साउथ अफ्रीका का कनेक्शन सामने आया तो निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में कई और कनेक्शन आरोपियों के सामने आ सकते है.

3 आरोपी तेलंगाना, 2 इन्दौर-देवास के

पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से तीन आरोपी तेलंगाना के रहने वाले हैं, वही दो आरोपी इंदौर-देवास के रहने वाले हैं. दो आरोपी जो इंदौर के रहने वाले हैं.

टेंट कारोबार की आड़ में ड्रग्स का धंधा

इंदौर-देवास के दोनों आरोपियों में से एक टेंट कारोबारी है. टेंट कारोबार की आड़ में ही यह ड्रग्स का रैकेट संचालित करते थे. फ़िलहाल पकड़े गए पांचों ही आरोपियों से पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है. MR से तस्कर बना देवास का वेदप्रकाश व्यास पहले एक दवा कंपनी में MR था. वह देवास से हैदराबाद चला गया था. बाद में वेदप्रकाश ने दवा कंपनी की फार्मा यूनिट, लेबोरेटरी खोली. वह हैदराबाद के ड्रग्स तस्करों के संपर्क में आया और इंदौर देवास, उज्जैन सहित आसपास के जिलों में ड्रग्स की सप्लाई करने लगा. धीरे-धीरे इन्होंने हर जिले में एजेंट बनाए. मंदसौर के चिमन अग्रवाल ने अपने चाचा दिनेश, चचेरे भाई अक्षय को धंधे में उतारा. इनका टेंट का काम है. पूछताछ में इन्होंने पहले भी बड़ी मात्रा में ड्रग सप्लाई कबूला.

फार्मा कम्पनी की आड़ में ड्रग्स का काला कारोबार

तेलंगाना हैदराबाद के रहने वाले जिन तीन आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है, उनमें से एक व्यक्ति फार्मा कंपनी से जुड़ा हुआ था. उसे इंदौर सहित आसपास के ठिकानों की अच्छे से जानकारी थी. उसी के माध्यम से तेलंगाना के हैदराबाद में रहने वाले आरोपी इंदौर के कारोबारियों से मिले और उसके बाद बड़े स्तर पर ड्रग्स को ठिकाने लगाने का काम शुरू कर दिया. फ़िलहाल पांचों ही आरोपियों से पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

देश की सबसे बड़ी करवाई का दावा

इंदौर रेंज के अधिकारियों का कहना है कि यह देश की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है. अभी तक किसी भी विभाग ने ड्रग्स को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया. पांच आरोपियों के पास से 70 किलो एमडीएमए ड्रग्स ,13 लाख रुपए नगद और 2 गाड़ियां बरामद हुईं.

फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस लगातार आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है. वही पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले में और बड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकता है. वहीं आने वाले दिनों में इस पूरे मामले में अन्य विभाग भी सम्मिलित हो सकते हैं.

इंदौर। ड्रग वाली आंटी के बाद एक और वार नशे के सौदागरों पर हुआ है. पुलिस के ड्रग्स तस्करी के खिलाफ अभियान में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. ड्रग्स को सप्लाई के समय मुर्गी दाना पाउडर और वैक्सीन के लिए पाउडर बताया जाता था. इंदौर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ आरोपियों के द्वारा बड़ी मात्रा में ड्रग्स को इंदौर से ठिकाने लगाने की तैयारी की जा रही है. सूचना के आधार पर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्त में आए युवकों में एक देवास का MR भी शामिल है जो इस धंधे में कूदा था. पकड़े गए आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में MDMA ड्रग्स और 13 लाख रुपया नगद बरामद किया गया है. वहीं पुलिस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

क्राइम ब्रांच

इंदौर क्राइम ब्रांच का दावा है कि ये ड्रग्स को लेकर अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. आरोपियों द्वारा दो गाड़ियों के माध्यम से तकरीबन 70 किलो एमडी ड्रग्स जिसकी कीमत 70 करोड़ रुपये आंकी जा रही है. पकड़े गए आरोपियों के द्वारा बड़ी मात्रा में ड्रग्स को इंदौर में सप्लाई करने की तैयारी थी साथ ही इसे अफ्रीका भी भेजा जाना था. आरोपियों की धरपकड़ के लिए एक टीम का गठन किया और टीम ने योजनाबद्ध तरीके से इस पूरे मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया. इनके पास से बड़ी मात्रा में ड्रग्स व लाखों रुपए बरामद हुए.

हैदराबाद से लेकर आते थे भारी मात्रा में ड्रग्स

जिन आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है. वह हैदराबाद से इस ड्रग्स को लेकर आते थे फिर उसे प्रदेश के अलग-अलग जगह पर ठिकाने लगा देते थे. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं. पुलिस को मध्यप्रदेश के नीमच मंदसौर रतलाम के भी कुछ तस्करों की जानकारी मिली है. जिन पर आने वाले समय में कार्रवाई की जा सकती है. वहीं तस्करों के द्वारा पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि हैदराबाद से जो ट्रक चलाई जाती थी. वह इन शहरों में भी आसानी से आ जाती थी और सभी जगहों पर सप्लाई कर दी जाती थी.

ड्रग्स का साउथ अफ्रीका कनेक्शन

पुलिस ने जिन आरोपियों को पकड़ा है उनसे पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि ड्रग्स को साउथ अफ्रीका भेजने की तैयारी थी. इसी के तहत पूरी योजना भी बना ली गई थी, लेकिन पुलिस ने उससे पहले ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पकड़े गए आरोपियों ने जिस तरह से साउथ अफ्रीका का कनेक्शन बताया है उसको देखते हुए पुलिस अब आने वाले दिनों में उनसे लगातार पूछताछ करेगी. इस पूरे रैकेट में उनके और कितने इंटरनेशनल कनेक्शन हैं, इसकी तफ्तीश की जाएगी. प्रारंभिक तौर पर जिस तरह से साउथ अफ्रीका का कनेक्शन सामने आया तो निश्चित तौर पर आने वाले दिनों में कई और कनेक्शन आरोपियों के सामने आ सकते है.

3 आरोपी तेलंगाना, 2 इन्दौर-देवास के

पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से तीन आरोपी तेलंगाना के रहने वाले हैं, वही दो आरोपी इंदौर-देवास के रहने वाले हैं. दो आरोपी जो इंदौर के रहने वाले हैं.

टेंट कारोबार की आड़ में ड्रग्स का धंधा

इंदौर-देवास के दोनों आरोपियों में से एक टेंट कारोबारी है. टेंट कारोबार की आड़ में ही यह ड्रग्स का रैकेट संचालित करते थे. फ़िलहाल पकड़े गए पांचों ही आरोपियों से पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है. MR से तस्कर बना देवास का वेदप्रकाश व्यास पहले एक दवा कंपनी में MR था. वह देवास से हैदराबाद चला गया था. बाद में वेदप्रकाश ने दवा कंपनी की फार्मा यूनिट, लेबोरेटरी खोली. वह हैदराबाद के ड्रग्स तस्करों के संपर्क में आया और इंदौर देवास, उज्जैन सहित आसपास के जिलों में ड्रग्स की सप्लाई करने लगा. धीरे-धीरे इन्होंने हर जिले में एजेंट बनाए. मंदसौर के चिमन अग्रवाल ने अपने चाचा दिनेश, चचेरे भाई अक्षय को धंधे में उतारा. इनका टेंट का काम है. पूछताछ में इन्होंने पहले भी बड़ी मात्रा में ड्रग सप्लाई कबूला.

फार्मा कम्पनी की आड़ में ड्रग्स का काला कारोबार

तेलंगाना हैदराबाद के रहने वाले जिन तीन आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है, उनमें से एक व्यक्ति फार्मा कंपनी से जुड़ा हुआ था. उसे इंदौर सहित आसपास के ठिकानों की अच्छे से जानकारी थी. उसी के माध्यम से तेलंगाना के हैदराबाद में रहने वाले आरोपी इंदौर के कारोबारियों से मिले और उसके बाद बड़े स्तर पर ड्रग्स को ठिकाने लगाने का काम शुरू कर दिया. फ़िलहाल पांचों ही आरोपियों से पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

देश की सबसे बड़ी करवाई का दावा

इंदौर रेंज के अधिकारियों का कहना है कि यह देश की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है. अभी तक किसी भी विभाग ने ड्रग्स को लेकर इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया. पांच आरोपियों के पास से 70 किलो एमडीएमए ड्रग्स ,13 लाख रुपए नगद और 2 गाड़ियां बरामद हुईं.

फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस लगातार आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है. वही पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस पूरे मामले में और बड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकता है. वहीं आने वाले दिनों में इस पूरे मामले में अन्य विभाग भी सम्मिलित हो सकते हैं.

Last Updated : Jan 6, 2021, 10:31 AM IST
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