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इंदौर: 70 करोड़ MDMA ड्रग्स केस में हुए कई बड़े खुलासे

मध्य प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपेरशन प्रहार के तहत इंदौर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इंदौर क्राइम ब्रांच ने पांच ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से 70 करोड़ रुपए की ड्रग्स भी जब्त की गई है. इस केस में आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं.

MDMA Drugs Case
MDMA ड्रग्स केस
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Published : Jan 6, 2021, 11:00 PM IST

इंदौर। शहर में पुलिस लगातार माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में इंदौर पुलिस ने एक बड़े मामले का खुलासा किया है. जिसमें पांच आरोपियों के पास से 70 किलो MDMA (मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथैमफेटामाइन) ड्रग्स और 13 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं. बरामद किए गए ड्रग्स की कीमत 70 करोड़ रुपए बताई जा रही है. फिलहाल पकड़े गए पांचों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इस पूरे मामले को लेकर इंदौर ADG योगेश देशमुख ने तेलंगाना पुलिस को मुख्य आरोपी वेद प्रकाश की संपत्ति की जांच के लिए एक पत्र भी लिखा है. अगर वेद प्रकाश ने अपनी संपत्ति का निर्माण ड्रग्स के कारोबार के जरिए किया होगा, तो संपत्ति पर राजसात की कार्रवाई भी की जा सकती है. इस पूरे मामले को लेकर इंदौर ADG लगातार तेलंगाना पुलिस से संपर्क में है.

चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

पुलिस पकड़े गए पांचों आरपियों से पुछताछ में जुटी हुई है. इसके अलावा उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है. अब तक पुलिस को कई अहम जानकारियां मिल चुकी हैं, जिसके बाद काफी बारीकी से जांच की जा रही है. इस पूरे रैकेट में मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास के बारे में भी पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां हाथ लगी हैं. ऐसे में अब पुलिस उन जानकारियों के आधार पर कई और बड़ी कार्रवाईयों को अंजाम दे सकती है. पकड़े गए पांचों आरोपी में तीन आरोपी मध्य प्रदेश के हैं, वहीं दो तेलंगाना के हैं.

योजना बनाकर किया पांच आरोपियों को गिरफ्तार

इंदौर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि एक बड़े सप्लायर शहर में बड़ी संख्या में ड्रग्स की सप्लाई करने के लिए आ रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने योजना बनाकर कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. जानकारी के मुताबिक तेलंगाना के दो आरोपी वेद प्रकाश और मांगी बैंकटेश इंदौर के तीन आरोपी को 70 किलो ड्रग्स की डिलीवरी देने के लिए आए हुए थे.

MR (Medical Reprenstative) से की करियर की शुरुआत

इस पूरे मामले में पुलिस ने तेलंगाना के रहने वाले वेद प्रकाश व्यास को गिरफ्तार किया है. उसके बारे में जानकारी यह पुलिस को मिली है कि साल 1984-85 के करीब वेद प्रकाश ने देवास से बतौर MR(Medical Representative) अपने कैरियर की शुरुआत की थी. इस दौरान उसने उज्जैन, देवास और मंदसौर में कई जगह काम किया.

देवास का रहने वाला है वेद प्रकाश

जानकारी के मुताबिक वेद प्रकाश व्यास देवास का रहने वाला है. अलग-अलग जगह काम के दौरान उसकी कई लोगों से जान-पहचान हुई. थोड़े दिन बाद काम के लिए वह हैदराबाद शिफ्ट हो गया. जहां उसकी पहचान कई ड्रग्स माफियाओं से हो गई. इसके बाद उसने ड्रग्स की दुनिया में कदम रख लिया. हैदराबाद में उसने एरिस्टो फार्मा नोवाटेक नाम की खुद की कंपनी खोली. जहां से उसने दवाइयों का काम करना शुरु किया. साथ ही इसी कंपनी में एक बड़ा रैकेट भी संचालित करने लगा.

60 करोड़ से ज्यादा का है टर्न ओवर

पुलिस को जानकारी मिली है कि रैकेट के मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास की कंपनी का टर्नओवर 60 करोड़ से ज्यादा है. जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो वह अपने ड्राइवर मांगी बैंकटेश के साथ 70 किलो MDMA ड्रग्स के साथ इंदौर पहुंचा था. यहां पर वह दिनेश अग्रवाल, चिमन अग्रवाल और अक्षत अग्रवाल को इस माल की डिलीवरी करने वाला था.

100 करोड़ की ड्रग्स खपा चुके हैं आरोपी

मध्य प्रदेश के तीनों आरोपी वेद प्रकाश व्यास की जान-पहचान के हैं. वेद प्रकाश की पहचान सबसे पहले दिनेश अग्रवाल से हुई थी. जब वेद प्रकाश बतौर MR मंदसौर में काम करता था, तब दिनेश अग्रवाल से उसकी पहचान मंदसौर के एक मेडिकल और हॉस्पिटल कारोबारी के तौर पर हुई. उसके बाद इन सभी ने मिलकर इस तरह से एक बड़ा रैकेट तैयार किया. जो आज मध्य प्रदेश के अलावा कई शहरों में भी ड्रग्स का कारोबार कर रहे हैं. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि पकड़े गए आरोपियों ने अब तक करीब 100 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स खपा दी है.

बड़ा आदमी बनने की थी ठानी

एक दिन की पूछताछ में आरोपी वेद प्रकाश ने कई बातों का खुलासा किया है. उसने बताया कि उसने बेहद गरीबी में अपनी गुजारी है. जिसके बाद उसने ठान लिया कि वो एक दिन बहुत बड़ा आदमी बनेगा. इसलिए उसने इतना बड़ा रैकेट बना लिया. पूछताछ में उसने यह भी बताया कि उसने अपने किसी भी परिवार के सदस्य को इस तरह के रैकेट में शामिल नहीं किया है.

परिजनों को नहीं है ड्रग्स व्यापार की जानकारी

आरोपी वेद प्रकाश ने बताया कि उसका बेटा अजयदिप शिकागो में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. उसकी पत्नी और अन्य परिजनों को भी उसने अपने इस व्यापार के बारे में नहीं बताया है. पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि वेद प्रकाश के ड्रग्स संबंधित जितने भी काम रहते हैं, वो अपने भरोसेमंद ड्राइवर मांगी के साथ ही करता है.

लॉकडाउन के दौरान भी सक्रिय रहे आरोपी

आरोपी वेद प्रकाश ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भी उसने अलग-अलग जगह पर ड्रग्स सप्लाई की है. उसने बताया कि मध्य प्रदेश के कई ड्रग्स तस्कर उसे सीधे जुड़े हुए हैं. ड्रग्स तस्करों को वो खुद ही ड्रग्स उपलब्ध करवाता है. लेकिन यह पहला मौका है जब वेद प्रकाश इतनी बड़ी खेप के साथ इंदौर ड्रग्स लेकर पहुंचा. अब तक वेद प्रकाश ने 20 किलो, 30 किलो या 5 किलो ड्रग्स का सप्लाई ही इंदौर में करता था. इंदौर में मौजूद तस्कर ड्रग्स ले लेते थे, जो प्रदेश के अलग-अलग शहरों के तस्करों से जुड़े हुए थे.

कंपनी में ही तैयार करता था ड्रग्स

पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि वेद प्रकाश जो ड्रग्स सप्लाई करता था, वो अपने ही कंपनी में तैयार करता था. इसके लिए से उसने एक अलग टीम बना रखी थी. जो कंपनी के एक अलग चैंबर में बैठकर इस ड्रग्स को तैयार करती थी और फिर मौका मिलते ही वेद प्रकाश इस ड्रग्स को अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगा देता था. इस बात की जानकारी उसकी कंपनी के किसी भी कर्मचारी को नहीं थी. वहीं पुलिस ने जिस 70 किलो ड्रग्स को जब्त किया है, वह 80 फीसदी शुद्ध ड्रग्स है.

पांचों आरोपियों की भूमिका अलग-अलग

वेद प्रकाश के साथ जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन आरोपियों की इस गिरोह में अलग-अलग भूमिका थी. वेद प्रकाश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जहां उसने बतौर MR से अपने कामकाज की शुरुआत की थी. इसके बाद वह हैदराबाद आया और यहां कुछ ड्रग तस्करों के साथ मिलकर योजना बनाई. योजना के तहत उसने इंदौर, देवास, उज्जैन सहित कई जिलों में ड्रग्स की सप्लाई शुरू कर दी. धीरे-धीरे हर जिले में वेद प्रकाश ने अपने एजेंट बना लिए. वेद प्रकाश ने अग्रवाल ब्रदर्स को भी अपने धंधे में शामिल कर लिया. फिर मध्य प्रदेश में इस गिरोह का पैनल बन गया. सभी आरोपी वेद प्रकाश के कहे मुताबिक काम करते थे.

इस तरह से जब्त की आरोपियों से ड्रग्स

  • इंदौर क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से MDMA ड्रग जब्त किया है. पकड़े गए दिनेश अग्रवाल के पास से पुलिस ने 20 किलो MDMA , एक लाख नकद, एक कार, मोबाइल हैंडसेट जब्त किया है.
  • आरोपी अक्षय अग्रवाल के पास से पुलिस ने 20 किलो MDMA ड्रग, 50 हजार नकद और मोबाइल जब्त किया है.
  • आरोपी चिमन अग्रवाल के पास से पुलिस ने 10 किलो MDMA ड्रग, 50 हजार नकद और मोबाइल हैंडसेट जब्त किया है.
  • मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास के पास से पुलिस ने 20 किलो MDMA ड्रग्स, 53 हजार 650 रुपए नकद और मोबाइल हैंडसेट जब्त किया है.
  • आरोपी वेद प्रकाश व्यास के ड्राइवर मांगी बैंकटेश से पुलिस ने 20 किलो MDMA ड्रग्स, एक गाड़ी, 10 लाख 50 हजार रुपए नकद और मोबाइल हैंडसेट बरामद किया है. इस तरह से पुलिस ने इस पूरे मामले में 70 किलो MDMA ड्रग्स, जिसकी कीमत 70 करोड़ रुपए, वहीं 13 लाख रुपए नगद और दो कार समेत 8 मोबाइल जब्त किए हैं.

बैक एकाउंट और कॉल डिटेल की भी जांच में जुटी पुलिस

पुलिस इस पूरे ही मामले में वेद प्रकाश और अग्रवाल ब्रदर्स की संपत्तियों को भी खंगालने में जुटी हुई है. शुरुआती तौर पर इनकी कॉल डिटेल को खंगाला जा रहा है. वहीं आने वाले दिनों में इनके बैंक अकाउंट को भी पुलिस खंगालेगी. वहीं इनसे जुड़े हुए कई लोगों की भी जांच-पड़ताल की जा रही है. आरोपी वेद प्रकाश जिस तरह से पूरे मध्य प्रदेश में ड्रग्स सप्लाई करता था, उससे आने वाले समय में वेद प्रकाश के कई लोगों की धरपकड़ पूरे प्रदेश में की जा सकती है. वेद प्रकाश के अलग-अलग बैंक खातों की भी जानकारी निकाली जा रही है.

सीएम ने की तारीफ

इंदौर पुलिस ने जिस तरह से सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, उसकी तारीफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कर रहे हैं. आने वाले दिनों में इस पूरे ही मामले में पुलिस का अनुमान है कि कई और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.

इंदौर। शहर में पुलिस लगातार माफियाओं पर कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में इंदौर पुलिस ने एक बड़े मामले का खुलासा किया है. जिसमें पांच आरोपियों के पास से 70 किलो MDMA (मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथैमफेटामाइन) ड्रग्स और 13 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं. बरामद किए गए ड्रग्स की कीमत 70 करोड़ रुपए बताई जा रही है. फिलहाल पकड़े गए पांचों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इस पूरे मामले को लेकर इंदौर ADG योगेश देशमुख ने तेलंगाना पुलिस को मुख्य आरोपी वेद प्रकाश की संपत्ति की जांच के लिए एक पत्र भी लिखा है. अगर वेद प्रकाश ने अपनी संपत्ति का निर्माण ड्रग्स के कारोबार के जरिए किया होगा, तो संपत्ति पर राजसात की कार्रवाई भी की जा सकती है. इस पूरे मामले को लेकर इंदौर ADG लगातार तेलंगाना पुलिस से संपर्क में है.

चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

पुलिस पकड़े गए पांचों आरपियों से पुछताछ में जुटी हुई है. इसके अलावा उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है. अब तक पुलिस को कई अहम जानकारियां मिल चुकी हैं, जिसके बाद काफी बारीकी से जांच की जा रही है. इस पूरे रैकेट में मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास के बारे में भी पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां हाथ लगी हैं. ऐसे में अब पुलिस उन जानकारियों के आधार पर कई और बड़ी कार्रवाईयों को अंजाम दे सकती है. पकड़े गए पांचों आरोपी में तीन आरोपी मध्य प्रदेश के हैं, वहीं दो तेलंगाना के हैं.

योजना बनाकर किया पांच आरोपियों को गिरफ्तार

इंदौर क्राइम ब्रांच को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि एक बड़े सप्लायर शहर में बड़ी संख्या में ड्रग्स की सप्लाई करने के लिए आ रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने योजना बनाकर कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. जानकारी के मुताबिक तेलंगाना के दो आरोपी वेद प्रकाश और मांगी बैंकटेश इंदौर के तीन आरोपी को 70 किलो ड्रग्स की डिलीवरी देने के लिए आए हुए थे.

MR (Medical Reprenstative) से की करियर की शुरुआत

इस पूरे मामले में पुलिस ने तेलंगाना के रहने वाले वेद प्रकाश व्यास को गिरफ्तार किया है. उसके बारे में जानकारी यह पुलिस को मिली है कि साल 1984-85 के करीब वेद प्रकाश ने देवास से बतौर MR(Medical Representative) अपने कैरियर की शुरुआत की थी. इस दौरान उसने उज्जैन, देवास और मंदसौर में कई जगह काम किया.

देवास का रहने वाला है वेद प्रकाश

जानकारी के मुताबिक वेद प्रकाश व्यास देवास का रहने वाला है. अलग-अलग जगह काम के दौरान उसकी कई लोगों से जान-पहचान हुई. थोड़े दिन बाद काम के लिए वह हैदराबाद शिफ्ट हो गया. जहां उसकी पहचान कई ड्रग्स माफियाओं से हो गई. इसके बाद उसने ड्रग्स की दुनिया में कदम रख लिया. हैदराबाद में उसने एरिस्टो फार्मा नोवाटेक नाम की खुद की कंपनी खोली. जहां से उसने दवाइयों का काम करना शुरु किया. साथ ही इसी कंपनी में एक बड़ा रैकेट भी संचालित करने लगा.

60 करोड़ से ज्यादा का है टर्न ओवर

पुलिस को जानकारी मिली है कि रैकेट के मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास की कंपनी का टर्नओवर 60 करोड़ से ज्यादा है. जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो वह अपने ड्राइवर मांगी बैंकटेश के साथ 70 किलो MDMA ड्रग्स के साथ इंदौर पहुंचा था. यहां पर वह दिनेश अग्रवाल, चिमन अग्रवाल और अक्षत अग्रवाल को इस माल की डिलीवरी करने वाला था.

100 करोड़ की ड्रग्स खपा चुके हैं आरोपी

मध्य प्रदेश के तीनों आरोपी वेद प्रकाश व्यास की जान-पहचान के हैं. वेद प्रकाश की पहचान सबसे पहले दिनेश अग्रवाल से हुई थी. जब वेद प्रकाश बतौर MR मंदसौर में काम करता था, तब दिनेश अग्रवाल से उसकी पहचान मंदसौर के एक मेडिकल और हॉस्पिटल कारोबारी के तौर पर हुई. उसके बाद इन सभी ने मिलकर इस तरह से एक बड़ा रैकेट तैयार किया. जो आज मध्य प्रदेश के अलावा कई शहरों में भी ड्रग्स का कारोबार कर रहे हैं. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि पकड़े गए आरोपियों ने अब तक करीब 100 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स खपा दी है.

बड़ा आदमी बनने की थी ठानी

एक दिन की पूछताछ में आरोपी वेद प्रकाश ने कई बातों का खुलासा किया है. उसने बताया कि उसने बेहद गरीबी में अपनी गुजारी है. जिसके बाद उसने ठान लिया कि वो एक दिन बहुत बड़ा आदमी बनेगा. इसलिए उसने इतना बड़ा रैकेट बना लिया. पूछताछ में उसने यह भी बताया कि उसने अपने किसी भी परिवार के सदस्य को इस तरह के रैकेट में शामिल नहीं किया है.

परिजनों को नहीं है ड्रग्स व्यापार की जानकारी

आरोपी वेद प्रकाश ने बताया कि उसका बेटा अजयदिप शिकागो में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. उसकी पत्नी और अन्य परिजनों को भी उसने अपने इस व्यापार के बारे में नहीं बताया है. पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि वेद प्रकाश के ड्रग्स संबंधित जितने भी काम रहते हैं, वो अपने भरोसेमंद ड्राइवर मांगी के साथ ही करता है.

लॉकडाउन के दौरान भी सक्रिय रहे आरोपी

आरोपी वेद प्रकाश ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भी उसने अलग-अलग जगह पर ड्रग्स सप्लाई की है. उसने बताया कि मध्य प्रदेश के कई ड्रग्स तस्कर उसे सीधे जुड़े हुए हैं. ड्रग्स तस्करों को वो खुद ही ड्रग्स उपलब्ध करवाता है. लेकिन यह पहला मौका है जब वेद प्रकाश इतनी बड़ी खेप के साथ इंदौर ड्रग्स लेकर पहुंचा. अब तक वेद प्रकाश ने 20 किलो, 30 किलो या 5 किलो ड्रग्स का सप्लाई ही इंदौर में करता था. इंदौर में मौजूद तस्कर ड्रग्स ले लेते थे, जो प्रदेश के अलग-अलग शहरों के तस्करों से जुड़े हुए थे.

कंपनी में ही तैयार करता था ड्रग्स

पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि वेद प्रकाश जो ड्रग्स सप्लाई करता था, वो अपने ही कंपनी में तैयार करता था. इसके लिए से उसने एक अलग टीम बना रखी थी. जो कंपनी के एक अलग चैंबर में बैठकर इस ड्रग्स को तैयार करती थी और फिर मौका मिलते ही वेद प्रकाश इस ड्रग्स को अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगा देता था. इस बात की जानकारी उसकी कंपनी के किसी भी कर्मचारी को नहीं थी. वहीं पुलिस ने जिस 70 किलो ड्रग्स को जब्त किया है, वह 80 फीसदी शुद्ध ड्रग्स है.

पांचों आरोपियों की भूमिका अलग-अलग

वेद प्रकाश के साथ जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उन आरोपियों की इस गिरोह में अलग-अलग भूमिका थी. वेद प्रकाश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जहां उसने बतौर MR से अपने कामकाज की शुरुआत की थी. इसके बाद वह हैदराबाद आया और यहां कुछ ड्रग तस्करों के साथ मिलकर योजना बनाई. योजना के तहत उसने इंदौर, देवास, उज्जैन सहित कई जिलों में ड्रग्स की सप्लाई शुरू कर दी. धीरे-धीरे हर जिले में वेद प्रकाश ने अपने एजेंट बना लिए. वेद प्रकाश ने अग्रवाल ब्रदर्स को भी अपने धंधे में शामिल कर लिया. फिर मध्य प्रदेश में इस गिरोह का पैनल बन गया. सभी आरोपी वेद प्रकाश के कहे मुताबिक काम करते थे.

इस तरह से जब्त की आरोपियों से ड्रग्स

  • इंदौर क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से MDMA ड्रग जब्त किया है. पकड़े गए दिनेश अग्रवाल के पास से पुलिस ने 20 किलो MDMA , एक लाख नकद, एक कार, मोबाइल हैंडसेट जब्त किया है.
  • आरोपी अक्षय अग्रवाल के पास से पुलिस ने 20 किलो MDMA ड्रग, 50 हजार नकद और मोबाइल जब्त किया है.
  • आरोपी चिमन अग्रवाल के पास से पुलिस ने 10 किलो MDMA ड्रग, 50 हजार नकद और मोबाइल हैंडसेट जब्त किया है.
  • मुख्य आरोपी वेद प्रकाश व्यास के पास से पुलिस ने 20 किलो MDMA ड्रग्स, 53 हजार 650 रुपए नकद और मोबाइल हैंडसेट जब्त किया है.
  • आरोपी वेद प्रकाश व्यास के ड्राइवर मांगी बैंकटेश से पुलिस ने 20 किलो MDMA ड्रग्स, एक गाड़ी, 10 लाख 50 हजार रुपए नकद और मोबाइल हैंडसेट बरामद किया है. इस तरह से पुलिस ने इस पूरे मामले में 70 किलो MDMA ड्रग्स, जिसकी कीमत 70 करोड़ रुपए, वहीं 13 लाख रुपए नगद और दो कार समेत 8 मोबाइल जब्त किए हैं.

बैक एकाउंट और कॉल डिटेल की भी जांच में जुटी पुलिस

पुलिस इस पूरे ही मामले में वेद प्रकाश और अग्रवाल ब्रदर्स की संपत्तियों को भी खंगालने में जुटी हुई है. शुरुआती तौर पर इनकी कॉल डिटेल को खंगाला जा रहा है. वहीं आने वाले दिनों में इनके बैंक अकाउंट को भी पुलिस खंगालेगी. वहीं इनसे जुड़े हुए कई लोगों की भी जांच-पड़ताल की जा रही है. आरोपी वेद प्रकाश जिस तरह से पूरे मध्य प्रदेश में ड्रग्स सप्लाई करता था, उससे आने वाले समय में वेद प्रकाश के कई लोगों की धरपकड़ पूरे प्रदेश में की जा सकती है. वेद प्रकाश के अलग-अलग बैंक खातों की भी जानकारी निकाली जा रही है.

सीएम ने की तारीफ

इंदौर पुलिस ने जिस तरह से सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है, उसकी तारीफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कर रहे हैं. आने वाले दिनों में इस पूरे ही मामले में पुलिस का अनुमान है कि कई और आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.

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