इंदौर। जिले में 11 और 12 जनवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स (global investors) का आयोजन होने जा रहा है, आयोजन जहां एक और राज्य के लिए महत्वपूर्ण है तो वहीं सरकार के लिए भी खासा अहमियत रखता है. इसकी वजह भी है क्योंकि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections 2023) होने वाले हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) भी यह बात भलीभांति समझते है कि इस आयोजन का असर राज्य की अर्थव्यवस्था, रोजगार और सियासी तौर पर पड़ना तय है. यह आयोजन जितना सफल होगा उसका लाभ राजनीतिक तौर पर भी भाजपा को मिलेगा.
प्रशासनिक जमावट को अहमियत: मुख्यमंत्री ने आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक जमावट को भी अहमियत दी है. यही कारण है कि, उन्होंने उद्योग विभाग से जुड़े अधिकारियों में बड़ा बदलाव किया है. इसके साथ मुख्यमंत्री खुद मोर्चा संभाल चुके हैं और कई स्थानों पर जाकर उद्योगपतियों से संवाद भी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य में उपलब्ध सुविधाओं का ब्यौरा दे रहे हैं. मुख्यमंत्री अक्टूबर माह में पुणे में उद्योगपतियों से मिले और वहां उन्होंने इन्वेस्टमेंट अपॉच्र्युनिटी इन मध्य प्रदेश के जरिए यह बताया कि जमीन की उपलब्धता है, बिजली है, पर्याप्त पानी है, सड़क है और दक्ष मानव संसाधन के साथ वातावरण भी शांत है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री लगातार देश विदेश के प्रतिनिधियों से संवाद कर रहे हैं. (mp global investor summit 2023) दिल्ली में कई देशों के राजदूतों से मिले.
टाटा समूह से सीएम की मुलाकात: मुख्यमंत्री बीते रोज मुंबई में थे और उन्होंने वहां राज्य में उपलब्ध संसाधनों का सिलसिलेवार जिक्र किया. मुख्यमंत्री की वहां रिलायंस जिओ के पदाधिकारियों से चर्चा हुई और उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि खजुराहो और जबलपुर के निकट स्थित पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में 5जी सर्विस के फ्री वाईफाई जोन स्थापित किए जाएंगे. इसके अलावा मुख्यमंत्री की टाटा समूह के रतन टाटा (Ratan Tata) से भी चर्चा हुई. फार्मा कंपनी के प्रतिनिधियों से भी मुख्यमंत्री का संवाद हुआ.
आयोजन पर कांग्रेस नजर: मुख्यमंत्री का कहना है कि, मध्य प्रदेश के चंबल क्षेत्र में किसी जमाने में डाकू हुआ करते थे, अब साफ कर दिए गए हैं. चंबल क्षेत्र में अटल प्रोग्रेसिव वे भी बनाया जा रहा है. इसके दोनों तरफ इंडस्टियल कॉरीडोर बनेगा. इसी तरह मध्य प्रदेश के मध्य से नर्मदा एक्सप्रेस वे गुजरेगा. जिसके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल कॉरिडोर टाउनशिप बनेगी.कुल मिलाकर राज्य के लिए इंदौर की इंवेस्टर्स समिट का बड़ा महत्व है. इस आयोजन पर सबक की नजरें भी है. कांग्रेस पूर्व में आयोजित समिट पर सवाल उठा रही है. मीडिया विभाग के प्रमुख के के मिश्रा ने तो पूर्व में आयोजित समिट पर श्वेत पत्र जारी करने की भी मांग की है.
-आईएएनएस