इंदौर। महापौर पुष्यमित्र भार्गव एवं आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया यातायात में सुधार हेतु निगम द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है. इसी क्रम में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत निगम द्वारा शहर के 50 प्रमुख चौराहो पर यातायात संकेत प्रणाली में सुधार करने के लिये योजना बनाकर निविदा आमंत्रित की गई थी. आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम अंतर्गत शहर के 50 चौराहों पर लगे यातायात सिग्नल आपस में एक दूसरे चौराहों के सिग्नल से जुड़े रहेंगे तथा ट्रैफिक के हिसाब से यातायात संकेतक कार्य करेंगे.
वाहन चालकों को होगी आसानी : इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम में वाहनों को चौराहों पर कम समय के लिये रुकना होगा, जिससे समय के साथ ही ईंधन की भी बचत होगी. निगम द्वारा वायु प्रदूषण सुधार के लिये जो कार्य किया जा रहे हैं, उसमें भी सहायता प्राप्त होगी. इस प्रणाली से ओवर स्पीड की भी जानकारी मिलेगी. यह पूरा सिस्टम इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम (आईसीसीसी) से जुड़ा रहेगा और वहीं से इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी.
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30 करोड़ होगी लागत : इस संबंध में मंगलवार को कंपनी सीएमएस के प्रतिनिधि उपस्थित हुए. परियोजना की लागत 30 करोड़ होगी, क्रियान्वन की अवधि 9 माह होगी. कंपनी सीएमएस को 1 नवम्बर 2022 से 31 जुलाई 2023 तक कार्य पूर्ण करना होगा. कंपनी वर्क स्कोप में जंक्शन की संख्या में आवश्यकता होने पर वृद्धि भी की जा सकती है तथा स्थान परिवर्तन भी किया जा सकेगा. सीएमएस कंपनी द्वारा यातायात सिग्नलो की आगामी 5 वर्ष की अवधि तक रख-रखाव भी किया जाएगा. (Indore Automated traffic signals) (Operate automatically)