इंदौर। अभय जैन संघ प्रचारक रह चुके हैं और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से उनकी पुरानी राजनीतिक रस्साकशी चलती आई है. अभय जैन संघ में रहते हुए इंदौर के विभाग प्रचारक रह चुके हैं. जिस दौर में अभय जैन इंदौर के विभाग प्रचारक थे, उस समय वह इंदौर में लक्ष्मण सिंह गौड़ जोकि मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री थे, उनके काफी करीबी थे. इस कारण कैलाश विजयवर्गीय गुट हमेशा विभाग प्रचारक अभय जैन का विरोध करता था. इसके बाद संघ ने अभय जैन को किन्हीं कारणों के चलते संघ से बाहर कर दिया. Indore Assembly Seat No.1
अभय जैन व समर्थकों से मारपीट : इसके बाद पूर्व मंत्री लक्ष्मण सिंह गौड़ की एक्सीडेंट में मौत हो गई. अभय जैन राजनीतिक रूप से वनवास झेल रहे थे लेकिन कैलाश विजयवर्गीय से उनकी राजनीतिक उठापटक लगातार जारी रही. जब अभय जैन संघ से बाहर हुए तो किसी बात को लेकर उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के घर का घेराव किया था. उस समय कैलाश विजयवर्गीय समर्थकों ने अभय जैन सहित उनके समर्थकों की जमकर पिटाई कर दी थी. यह विवाद काफी सुर्खियों में रहा और इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने सार्वजनिक आकर अभय जैन सहित उनके समर्थकों से माफी भी मांगी थी. Indore Assembly Seat No.1
प्रभावशाली है अभय जैन : अभय जैन की कैलाश विजयवर्गीय से फिर भी पटरी नहीं बैठी. उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. बीते दिनों जैसे ही भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने क्षेत्र क्रमांक 1 से विधायक प्रत्याशी के रूप में घोषणा हुई तो अभय जैन ने भी अपनी जनहित पार्टी के माध्यम से क्षेत्र क्रमांक 1 से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. अभय जैन इंदौर में काफी सालों विभाग प्रचारक के रूप में रहे हैं, जिसके कारण इंदौर के विभिन्न क्षेत्रों में उनका काफी सामाजिक स्तर पर दबदबा है. Indore Assembly Seat No.1