इंदौर। तरह-तरह के दुर्लभ वन्य प्राणी और पक्षियों के लिए विख्यात इंदौर के कमला नेहरू प्राणि संग्रहालय में शेरों के एक्सचेंज को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. दरअसल हाल ही में एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इंदौर के चिड़ियाघर से जामनगर चिड़ियाघर को बाघ, शेर और घड़ियाल दिए गए थे. जिसकी अनुमति को लेकर इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने चिड़ियाघर प्रशासन को नोटिस जारी किया हैं.
5शेर, 5 बाघ व 8 घड़ियाल जामनगर भेजे गएः मिली जानकारी अनुसार करीब 10 दिन पहले शहर के कमला नेहरू प्राणि संग्रहालय में एनिमल एक्शन प्रोग्राम के तहत 5 शेर, 5 टाइगर, 8 घड़ियाल और एक लोमड़ी को जुलॉजिकल गार्डन जामनगर की 25 सदस्यीय टीम को सुपुर्द किया था. इसके लिए 3 विशेष एनिमल एंबुलेंस इंदौर से इन प्राणियों को लेकर जामनगर रवाना हुईं थीं. चिड़ियाघर प्रशासन का दावा था कि इस एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत जामनगर से नए दुर्लभ पक्षी, बंदर और एनाकोंडा सहित कई प्रजातियों के जीव जंतु आएंगे. जिससे कि इंदौर के सैलानी चिड़ियाघर में 60 जातियों के 150 पक्षी, बंदर और सांप देख सकेंगे. इसे लेकर चिड़ियाघर प्रभारी उत्तम यादव ने दावा किया था कि सेंट्रल जू अथॉरिटी के तय मापदंडों के आधार पर ही जानवरों का आदान-प्रदान हुआ है.
इंदौर के जू में बढ़ गई थी बाघ और शेरों की संख्याः इंदौर में बाघ और शेरों की संख्या अधिक होने से इनके कुनबे के और बढ़ने की संभावना बन गई थी. जिसके चलते सेंट्रल सेंट्रल जू अथॉरिटी ने शेर और बाघ को अन्य चिड़िया घरों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे. इधर शेरों और बाघों को जामनगर चिड़ियाघर को देने के फैसले पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आपत्ति जताई है. इतना ही नहीं महापौर ने निगम में प्राणि संग्रहालय के परिषद प्रभारी द्वारा इस पूरे मामले की जानकारी नहीं देने पर निगमायुक्त के माध्यम से चिड़ियाघर प्रभारी को नोटिस जारी किया है. नोटिस में पूछा गया है कि आखिर किसकी अनुमति से इंदौर चिड़ियाघर से शेर और अन्य प्राणि को जामनगर भेजा गया. इतना ही नहीं निगम प्रशासन ने चिड़ियाघर प्रशासन के फैसलों पर असहमति जताई है. जिसे लेकर चिड़ियाघर में ही निगम परिषद एवं चिड़ियाघर प्रशासन के खिलाफ विरोधाभास की स्थिति बन रही है.