इंदौर। शिप्रा थाना क्षेत्र में तकरीबन डेढ महीने पहले 4 वर्षीय बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. पूरे ही मामले में पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया जिसमें विभिन्न तरह के तथ्य पुलिस को मिले. उसके बाद इस मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और पूरे घटनाक्रम में 4 वर्षीय बच्चे के परनाना को हत्याकांड में आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया है. आरोपी से पूछताछ भी की जा रही है.
परनाना निकला हत्यारा: मामला इंदौर के शिप्रा थाना क्षेत्र का है. क्षेत्र में 7 अप्रैल 2023 को 4 वर्षीय बच्चे श्रेयांश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. इस पूरे मामले में पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया जिसमें विभिन्न तरह के साक्ष्य पुलिस को मिले. उसके आधार पर पुलिस ने परिवार के विभिन्न लोगों से सख्ती से पूछताछ शुरू की. इसी दौरान पुलिस ने जब बच्चे की मां के दादा शोभाराम चौधरी से से पूछताछ की तो वह टूट गए और बच्चे ही हत्या करना स्वीकार कर लिया.
तकिए से मुंह दबाकर हत्या: पूछताछ में उन्होंने बताया कि ''उनकी नाती नीतू का उसके पति सुमित से काफी दिनों से विवाद चल रहा था. जिसके चलते नीतू अपने माता-पिता के घर आकर रहने लगी. इस दौरान नीतू MPPPSC व अन्य कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करने लगी. वहीं, परिवार के अन्य सदस्य उसकी दूसरी जगह शादी करने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन जब भी कोई युवक नीतू से शादी करने के लिए तैयार रहता तो 4 वर्षीय बच्चे को देखकर वह शादी करने से इनकार कर देता था. जब शादी टूटने की जानकारी नीतू के दादा शोभाराम चौधरी को लगी तो उन्होंने बच्चे को रास्ते से हटाने की ढान ली. शोभाराम ने योजनाबद्ध तरीके से 4 वर्षीय श्रेयांश के मुंह पर तकिया रखकर मौत के घाट उतार दिया और परिजनों को सांस रुक कर मौत होने की जानकारी दे दी.
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आरोपी को नहीं पछतावा: इसके बाद जैसे ही पूरे मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया और उसमें विभिन्न तरह के साक्ष्य और तथ्य मिले. उसी के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच शुरू की और पूरे मामले का खुलासा कर दिया. वहीं, इस दौरान पुलिस ने घर के तकरीबन 50 से अधिक सदस्यों से पूछताछ की. मामला काफी संदिग्ध था अतः पुलिस ने भी इस पूरे मामले में काफी बारीकी से जांच पड़ताल कर हत्याकांड का खुलासा कर आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. आरोपी नाना को घटना को लेकर किसी तरह का कोई पछतावा नहीं है. उसका कहना है कि ''वह अपनी नातिन के दुख को कम करना चाहता था.''