इंदौर। होलकर स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट को लेकर उत्साह चरम पर है. मैच आज बुधवार से शुरु हो चुका है. लेकिन मैच से पहले टिकटों के लिए दर्शकों के बीच हाहाकार देखने को मिला. क्रिकेट के शौकीन लोग अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को देखने के लिए टिकट के लिए जोर आजमाइश करते नजर आए. कुछ ही देर में मैच के सभी टिकट बिक गए. कुछ क्रिकेट फैंस की किस्मत अच्छी रही कि उन्हें लंबे इंतजार के बाद टिकट मिल गए जबकि कुछ के हाथ मायूसी आई. इन्हीं में से एक था नीलाक्ष जारवाल. 17 साल का नीलाक्ष दिव्यांग है. उसकी मां चंद्रकांता जारवाल अपने बेटे के लिए टिकट के लिए परेशान होती दिखी. महिला अपने बेटे के लिए टिकट चाहती थी, लेकिन सीट फुल होने के चलते उन्हें टिकट नहीं मिला, टिकट के लिए महिला कई घंटों तक धूप में इधर-उधर घूमती रही.
दिव्यांग बेटे के साथ स्टेडियम के बाहर घंटों बैठी रही मां: चंद्रकांता जारवाल ने बताया कि उनके बेटे को क्रिकेट बहुत पसंद है. वह स्टेडियम में बैठकर मैच देखना चाहता था. उसकी इस इच्छा को पूरा करने के लिए वह उसे अपने साथ ले गई, लेकिन टिकट की मारामारी को लेकर वह परेशान होती रही और कई घंटों तक स्टेडियम के गेट पर अपने दिव्यांग बेटे के साथ बैठी रही. महिला को उम्मीद थी कि नीलाक्ष के दिव्यांग अवस्था को देखकर उसे टिकट अवश्य मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, किसी ने भी उसकी एक ना सुनी. मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से भी यह कह दिया गया कि सारे टिकट बिक चुके हैं. हालांकि काफी गुहार के बाद टिकट मिलना नसीब हो सका, जिसके बाद दिव्यांग फूला नहीं समाया. नीलाक्ष ने उम्मीद जताई है कि तीसरे टेस्ट में भारत बड़ी जीत हासिल की है.
कुछ घंटो में ही बिक गए टिकट: बता दें कि होलकर स्टेडियम में 30 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है. भारत-स्ट्रेलिया के मैच को लेकर खेल प्रेमियों में रोमांच चरम पर था. मध्य प्रदेश के क्रिकेट प्रेमी मैच का बड़ी बेसब्री से इंतेजार कर रहे थे, यही कारण है कि कुछ घंटों में ही मैच के सारे टिकट बिक गए. जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर के होलकर स्टेडियम में पहला टेस्ट 8-11 अक्टूबर 2016 को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. इस ग्राउंड में कई टी-ट्वेंटी मैट और वन डे मैच भी हो चुके हैं.