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इंदौर में गहराया कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा, ब्रिटेन से आया एक युवक मिला संक्रमित

इंदौर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई है. ब्रिटेन से आया युवक कोरोना के नए वेरिएंट से पॉजिटिव पाया गया है. बताया जा रहा है कि पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी युवको को अस्पताल में भर्ती कराने में देरी की गई है. ऐसे में अब अन्य कई लोगों को भी कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित होने का खतरा गहराया गया है.

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Published : Dec 25, 2020, 3:43 PM IST

Health Department Negligence
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

इंदौर। ब्रिटेन में मिले नए कोरोना स्ट्रेन से दुनियाभर में और खौफ बढ़ गया है. दक्षिण अफ्रीका से यात्रा करने वाले कुछ लोगों में कोरोना के नए वेरिएंट मिले है. जिसके बाद मध्यप्रदेश सरकार सर्तक हो गई है. इसके बाद भी इंदौर में ब्रिटेन से आया एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. युवक को कोरोना स्ट्रेन से संक्रमित पाए जाने की आशंका के चलते शहर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल जांच के लिए युवक के सैंपल दिल्ली और पुणे की नेशनल लैब भेजे जा रहे है. वहीं मरीज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी स्वास्थ्य अमले द्वारा देरी से भर्ती किए जाने के कारण इस युवक से अन्य कई लोगों को संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
दिल्ली और पुणे की नेशनल लैब भेजे जाएंगे सैंपल
गुरुवार को यूके के इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स आदि स्थानों से इंदौर आए 125 यात्रियों का पता चला था. इन्हें कोरोना के नए वेरिएंट का संक्रमण होने की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग ने 93 लोगों की स्क्रीनिंग के बाद जांच कराई थी. गुरुवार दोपहर को आई जांच रिपोर्ट में यात्रियों में एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. इस युवक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ विभाग में भी हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है. अब विभाग ने युवक को कोरोना के नए वेरिएंट का रोगी मानकर उसे शहर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया है. जहां मरीज की हालत सामान्य बताई जा रही है. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक जांच के लिए युवक का सैंपल दिल्ली और पुणे की नेशनल लैब भेजा जा रहा है. जहां रिपोर्ट आने के बाद ही भारत में कोरोना के नए वेरिएंट की दस्तक का पता चल सकेगा.

युवक गहन चिकित्सा इकाई के आइसोलेशन में भर्ती
हालांकि जांच रिपोर्ट आने तक युवक को गहन चिकित्सा इकाई के आइसोलेशन में रखा जा रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल युवक का इलाज कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल के अनुसार ही किया जा रहा है. क्योंकि सामान्य तौर पर युवक में कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं. अस्पताल प्रभारी डॉ. सुमित शुक्ला के अनुसार संबंधित मरीज के इलाज में भारत सरकार के निर्धारित प्रोटोकॉल का ही पालन किया जा रहा है. स्वास्थ विभाग द्वारा भर्ती किए जाने के बाद मरीज के लक्षणों और इलाज को लेकर खासी गंभीरता बरती जा रही है.

बुलेटिन जारी कर मरीजों को भूल गया विभाग

मार्च माह में कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर बरती गई लापरवाही स्वास्थ विभाग ने की. कोरोना के नए वेरिएंट के संक्रमण को लेकर उतना ही लापरवाह नजर आ रहा है. यूके से आए मरीजों का बुलेटिन जारी करने के बाद जब संबंधित मरीजों की rt-pcr जांच के बाद रिपोर्ट आई तो विभाग ने पॉजिटिव मरीज को भी समय पर अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी नहीं समझा. पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से अन्य कई लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा जिस प्लेन से युवक इंदौर तक पहुंचा उसके अन्य यात्रियों की भी कॉन्ट्रैक्ट रेसिंग की जरूरत नहीं समझी गई. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि संबंधित युवक के कोरोना के नए वेरिएंट से पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में यह वायरस कोरोना की तरह ही अन्य इलाकों में भी फैल सकता है. हालांकि इस बारे में अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बोलने से पल्ला झाड़ रहे हैं.

स्वास्थ्य विभाग को अभी भी कई यात्री नहीं मिले

ब्रिटेन से बीते कुछ दिनों पहले तक इंदौर पहुंचे 125 यात्रियों में से 93 की स्क्रीनिंग के बावजूद 32 अन्य यात्री ऐसे हैं. जिनकी स्क्रीनिंग तक के लिए स्वास्थ्य विभाग नहीं पहुंच सका है. लिहाजा अब अपील की जा रही है कि यदि किसी को इनके बारे में कोई सूचना है, तो तत्काल स्वास्थ विभाग को अवगत कराया जाए. इधर गुरुवार को इसी आशय को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने विदेश मंत्रालय को चिट्ठी भेजी थी. जिसमें उन्होंने भी यूके से आए तमाम यात्रियों की विस्तृत जानकारी विदेश मंत्रालय से मांगी है.

इंदौर। ब्रिटेन में मिले नए कोरोना स्ट्रेन से दुनियाभर में और खौफ बढ़ गया है. दक्षिण अफ्रीका से यात्रा करने वाले कुछ लोगों में कोरोना के नए वेरिएंट मिले है. जिसके बाद मध्यप्रदेश सरकार सर्तक हो गई है. इसके बाद भी इंदौर में ब्रिटेन से आया एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. युवक को कोरोना स्ट्रेन से संक्रमित पाए जाने की आशंका के चलते शहर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल जांच के लिए युवक के सैंपल दिल्ली और पुणे की नेशनल लैब भेजे जा रहे है. वहीं मरीज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी स्वास्थ्य अमले द्वारा देरी से भर्ती किए जाने के कारण इस युवक से अन्य कई लोगों को संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही
दिल्ली और पुणे की नेशनल लैब भेजे जाएंगे सैंपल
गुरुवार को यूके के इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स आदि स्थानों से इंदौर आए 125 यात्रियों का पता चला था. इन्हें कोरोना के नए वेरिएंट का संक्रमण होने की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग ने 93 लोगों की स्क्रीनिंग के बाद जांच कराई थी. गुरुवार दोपहर को आई जांच रिपोर्ट में यात्रियों में एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. इस युवक के पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ विभाग में भी हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है. अब विभाग ने युवक को कोरोना के नए वेरिएंट का रोगी मानकर उसे शहर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया है. जहां मरीज की हालत सामान्य बताई जा रही है. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक जांच के लिए युवक का सैंपल दिल्ली और पुणे की नेशनल लैब भेजा जा रहा है. जहां रिपोर्ट आने के बाद ही भारत में कोरोना के नए वेरिएंट की दस्तक का पता चल सकेगा.

युवक गहन चिकित्सा इकाई के आइसोलेशन में भर्ती
हालांकि जांच रिपोर्ट आने तक युवक को गहन चिकित्सा इकाई के आइसोलेशन में रखा जा रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल युवक का इलाज कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल के अनुसार ही किया जा रहा है. क्योंकि सामान्य तौर पर युवक में कोरोना संक्रमण के अलावा अन्य कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं. अस्पताल प्रभारी डॉ. सुमित शुक्ला के अनुसार संबंधित मरीज के इलाज में भारत सरकार के निर्धारित प्रोटोकॉल का ही पालन किया जा रहा है. स्वास्थ विभाग द्वारा भर्ती किए जाने के बाद मरीज के लक्षणों और इलाज को लेकर खासी गंभीरता बरती जा रही है.

बुलेटिन जारी कर मरीजों को भूल गया विभाग

मार्च माह में कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर बरती गई लापरवाही स्वास्थ विभाग ने की. कोरोना के नए वेरिएंट के संक्रमण को लेकर उतना ही लापरवाह नजर आ रहा है. यूके से आए मरीजों का बुलेटिन जारी करने के बाद जब संबंधित मरीजों की rt-pcr जांच के बाद रिपोर्ट आई तो विभाग ने पॉजिटिव मरीज को भी समय पर अस्पताल में भर्ती कराना जरूरी नहीं समझा. पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से अन्य कई लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. इसके अलावा जिस प्लेन से युवक इंदौर तक पहुंचा उसके अन्य यात्रियों की भी कॉन्ट्रैक्ट रेसिंग की जरूरत नहीं समझी गई. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि संबंधित युवक के कोरोना के नए वेरिएंट से पॉजिटिव पाए जाने की स्थिति में यह वायरस कोरोना की तरह ही अन्य इलाकों में भी फैल सकता है. हालांकि इस बारे में अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बोलने से पल्ला झाड़ रहे हैं.

स्वास्थ्य विभाग को अभी भी कई यात्री नहीं मिले

ब्रिटेन से बीते कुछ दिनों पहले तक इंदौर पहुंचे 125 यात्रियों में से 93 की स्क्रीनिंग के बावजूद 32 अन्य यात्री ऐसे हैं. जिनकी स्क्रीनिंग तक के लिए स्वास्थ्य विभाग नहीं पहुंच सका है. लिहाजा अब अपील की जा रही है कि यदि किसी को इनके बारे में कोई सूचना है, तो तत्काल स्वास्थ विभाग को अवगत कराया जाए. इधर गुरुवार को इसी आशय को लेकर इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने विदेश मंत्रालय को चिट्ठी भेजी थी. जिसमें उन्होंने भी यूके से आए तमाम यात्रियों की विस्तृत जानकारी विदेश मंत्रालय से मांगी है.

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