इंदौर (PTI)। इंदौर में भारतीय प्रबंधन संस्थान यानी IIM ने मंगलवार को एक केंद्र शुरू किया, जो शहरी निकायों को अपशिष्ट निपटान तकनीक और अपशिष्ट प्रसंस्करण से कमाई के तरीके सिखाएगा. आईआईएम इंदौर के निदेशक हिमांशु राय ने मंगलवार को अन्वेषण नामक उत्कृष्टता केंद्र का औपचारिक उद्घाटन किया. इस अवसर पर आईआईएम इंदौर के निदेशक हिमांशु राय ने कहा, ''इस केंद्र के माध्यम से हम देश भर के महापौरों, पार्षदों और नीति निर्माताओं को पानी, स्वच्छता, शहरी अपशिष्ट निपटान, अपशिष्ट प्रसंस्करण से कमाई से संबंधित मुद्दों पर प्रशिक्षित करेंगे, ताकि उनकी क्षमताओं को बढ़ाया जा सके.''
अन्वेषण का पहला बैच 31 जुलाई से शुरू होगा: एक अधिकारी ने बताया, "अन्वेषण" का पहला बैच 31 जुलाई से शुरू होगा, जिसके तहत देश के 25 शहरों के नगर निगम आयुक्तों को 4 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ''पाठ्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को इंदौर नगर निगम के अधिकारियों के साथ बातचीत करने और देश के सबसे स्वच्छ शहर के कचरा प्रबंधन संयंत्रों का दौरा करने का भी मौका मिलेगा.''
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इन विश्वविद्यालय के साथ की साझेदारीः आईआईएम इंदौर के उत्कृष्टता केंद्र ने इंदौर के स्वच्छता मॉडल को बेहतर बनाने के लिए वैश्विक विशेषज्ञों के अनुभवों का लाभ उठाने के लिए डेनवर विश्वविद्यालय, रटगर्स विश्वविद्यालय, ग्लासगो विश्वविद्यालय, लिवरपूल विश्वविद्यालय और बोकोनी विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी की है. अधिकारी ने बताया कि, ''केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 2022 में केंद्र खोलने के लिए आईआईएम इंदौर को 19.95 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया था.''