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खतरनाक भवनों की सूची में नहीं था नगर निगम के सामने बना मकान, बारिश में भरभरा कर गिरा

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Published : Jul 3, 2019, 11:09 PM IST

इंदौर नगर निगम के मेन गेट के सामने बना एक जर्जर मकान धराशाई हो गया. यह जर्जर मकान निगम की 26 मकानों की सूची में शामिल नहीं था, जो कि इंदौर में खतरनाक घोषित किए गए थे और जिन्हें निगम के द्वारा गिराया जाना था.

बारिश में भरभरा कर गिरा

इंदौर। नगर निगम के मेन गेट के सामने बना एक जर्जर मकान धराशायी हो गया. जिसके बाद नगर निगम के अमले ने धराशायी मकान का मलबा हटाने का काम शुरू किया. शहर में खतरनाक भवनों की सूची में इस मकान का नाम नहीं था फिर भी यह पहली ही बारिश में भरभरा कर गिर गया.

भरभरा कर गिरा नगर निगम के सामने बना मकान

इंदौर में जर्जर मकानों को तोड़ने के दौरान ही भाजपा विधायक का नगर निगम से विवाद हो गया था, जिसके बाद से निगम के द्वारा मकान तोड़ने की कार्रवाई रुकी हुई थी. हालांकि यह जर्जर मकान निगम की 26 मकानों की सूची में शामिल नहीं था, जो कि इंदौर में खतरनाक घोषित किए गए थे और जिन्हें निगम के द्वारा गिराया जाना था.

मकान के धराशायी होने के बाद निगम अफसरों का कहना है कि भवनों को गिराने की कार्रवाई शहर की आम जनता के हित के लिए ही की जाती है. लेकिन विवाद के बाद उसे रोकना पड़ा. हालांकि इस पूरे मामले में निगम की भी लापरवाही सामने आयी है.

इंदौर। नगर निगम के मेन गेट के सामने बना एक जर्जर मकान धराशायी हो गया. जिसके बाद नगर निगम के अमले ने धराशायी मकान का मलबा हटाने का काम शुरू किया. शहर में खतरनाक भवनों की सूची में इस मकान का नाम नहीं था फिर भी यह पहली ही बारिश में भरभरा कर गिर गया.

भरभरा कर गिरा नगर निगम के सामने बना मकान

इंदौर में जर्जर मकानों को तोड़ने के दौरान ही भाजपा विधायक का नगर निगम से विवाद हो गया था, जिसके बाद से निगम के द्वारा मकान तोड़ने की कार्रवाई रुकी हुई थी. हालांकि यह जर्जर मकान निगम की 26 मकानों की सूची में शामिल नहीं था, जो कि इंदौर में खतरनाक घोषित किए गए थे और जिन्हें निगम के द्वारा गिराया जाना था.

मकान के धराशायी होने के बाद निगम अफसरों का कहना है कि भवनों को गिराने की कार्रवाई शहर की आम जनता के हित के लिए ही की जाती है. लेकिन विवाद के बाद उसे रोकना पड़ा. हालांकि इस पूरे मामले में निगम की भी लापरवाही सामने आयी है.

Intro:इंदौर में निगम के मुख्य द्वार के सामने बना एक जर्जर मकान धराशाई हो गया जिसके बाद नगर निगम के अमले ने पूरे मकान का मलबा हटाने का काम शुरू किया दिलचस्प बात यह है कि शहर में खतरनाक भवनों की सूची में इस मकान का नाम ही नहीं था जो कि पहली ही बारिश में भरभरा कर गिर गया


Body:मंगलवार को दिन भर हुई बरसात के बाद बारिश का दौर अचानक तेज हो गया था और देर रात तक जमकर बारिश हुई बारिश के चलते नगर निगम के सामने मौजूद एक जर्जर मकान धराशाई हो गया गनीमत रही कि इस दौरान कोई अप्रिय सूचना नहीं मिली मकान धराशाई होने की सूचना मिलते ही नगर निगम का अमला जर्जर मकान पर तैनात हुआ और मकान को पूरी तरह धराशाई किया इसके साथ ही निगम ने वहां से मलबा हटाने का काम भी शुरू कर दिया है गौरतलब है कि इंदौर में जर्जर मकान को तोड़ने के दौरान ही भाजपा विधायक का विवाद हुआ था जिसके बाद निगम के द्वारा मकान तोड़ने की कार्रवाई रुकी हुई थी निगम के सामने मौजूद यह जर्जर मकान निगम की 26 मकानों की सूची में भी शामिल नहीं था जो कि इंदौर में खतरनाक घोषित किए गए थे और जिन्हें निगम के द्वारा गिराया जाना था

बाईट - महेंद्र सिंह, उपायुक्त, नगर निगम


Conclusion:जर्जर मकान धराशाई होने के बाद निगम अफसरों का कहना है कि भवनों को गिराने की कार्रवाई विवाद नहीं बल्कि शहर ही तो आम जनता के लिए ही की जाती है हालांकि इस पूरे मामले में निगम की भी लापरवाही सामने आ रही है
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