इंदौर। प्रदेश में अतिथि विद्वानों को लेकर हमेशा ही विवादों की स्थिति बनी रही है. लेकिन अब लगता है अतिथि विद्वानों के लिए राहत का समय आ गया है. इंदौर पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव के अनुसार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में करीब 4276 अतिथि विद्वान थे. जिसमें से ढाई हजार अतिथि विद्वान सेल्फ फाइनेंस के विभिन्न विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में सेवाओं में लिया गया है और शेष विद्वानों को भी आगे सेवा में लिया जाएगा.
वर्तमान में 4200 में से केवल 17 सौ के लगभग अतिथि विद्वान शासन स्तर पर शेष थे, जिन्हें 10 सितंबर तक चॉइस फिलिंग करने की बात कही गई थी. चॉइस फिलिंग के आधार पर 826 अतिथि विद्वानों की भर्ती कर ली गई है, जिसके बाद अब 700 के लगभग अतिथि विद्वान ही शेष हैं. जिनके लिए अलग-अलग जगह से सूची तैयार की जा रही है.
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग ने शासन से 700 अतिथि विद्वानों के लिए स्वीकृति मांगी है, जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा सकारात्मक रवैया अपनाते हुए तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. उच्च शिक्षा विभाग 4200 में से करीब 3500 अतिथि विद्वानों को सेवा में लिया गया है, बाकी के विद्वानों को भी जल्द सेवा में लिया जाएगा.