इंदौर। इंदौर की पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने अपने कार्यकाल के समय इंदौर को सौगाते देने के लिए कई बड़े कामों की शुरुआत की थी लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद और कोरोनावायरस काल आने के कारण इन कामों में तेजी नहीं लाई जा सकी थी.
अब एक बार फिर सभी विकास कार्य जब पूरी तरह से शुरू हो गए हैं, तो इनका काम समय पर पूरा करने के लिए पूर्व महापौर ने निगमायुक्त के साथ कार्यस्थल का दौरा किया है.
शहर को विश्राम बाग और दशहरा मैदान की मिलनी थी सौगात
इंदौर नगर निगम के द्वारा विश्राम बाग और दशहरा मैदान पर शुरू किए गए विकास कार्य बीच में ही रुक गए थे. वहां काम के पूरा होने से पहले ही काम बंद हो गए थे. इस स्थिति को बदलने के लिए नगर निगम आयुक्त और निगम अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर पूर्व महापौर ने स्थिति जायजा लिया.
मालिनी गौड़ वर्तमान में उसी क्षेत्र से विधायक भी हैं. नगर निगम के द्वारा स्मार्ट सिटी के अंतर्गत विकास कामों को मंजूर किया गया था. हालांकि इसमें से विश्राम बाग को स्मार्ट सिटी के कामों से बाहर कर दिया गया और इसी कारण इन कामों में देरी हो गई.
पैसों की कमी ने रोका प्रोजेक्ट का काम
केंद्र सरकार के द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट मंजूर किया गया था और इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत हर वर्ष केंद्र सरकार से राशि मिलना तय था. केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार की ओर से भी इस प्रोजेक्ट में कुछ अंश दान दिया जाने थे. केंद्र सरकार के द्वारा तो अपने हिस्से की राशि का भुगतान किया जा रहा था लेकिन राज्य सरकार के द्वारा अपने हिस्से की राशि नहीं दी गई. जिसके चलते इंदौर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम की गति पर ब्रेक लगा.
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हालांकि आने वाले समय में नगरीय निकाय चुनाव है और ऐसे में इन चुनावों में इन्हीं विकास कार्यों के दम पर बीजेपी एक बार फिर से अपने उम्मीदवारों को उतारेगी. यही कारण है कि पूर्व महापौर जल्द से जल्द अपने कार्यकाल में मंजूर किए गए कामों को पूरा कराना चाहती हैं.