इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में इंदौर अपनी पहचान रखता है. कोरोना के बाद बीते दिनों से लगातार बाजारों में रौनक लौटने लगी है. 2 वर्षों बाद एक बार फिर बाजार गुलजार नजर आ रहे हैं. 14 नवंबर से शादी-ब्याह का मुहूर्त की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में अब लगातार बाजारों में लोग खरीदारी करते नजर आ रहे हैं. शादी-विवाह को लेकर लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है.
इंदौर व आसपास के क्षेत्रों में 3000 शादियों का अनुमान
इंदौर कपड़ा बाजार (indore cloth market) आसपास के क्षेत्रों में सबसे बड़ा कपड़ा बाजार माना जाता है. यहां लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. करीब 2 वर्षों बाद इंदौर कपड़ा बाजार में फिर से रौनक देखने की मिल रही है. कोरोना के चलते पूर्ण रूप से शादी-विवाह पर रोक लगी हुई थी. अब हालात सामान्य होने के कारण इस वर्ष लोगों द्वारा बड़ी संख्या में शादी आयोजित करने का अनुमान लगाया जा रहा है. इंदौर व आसपास के क्षेत्रों में ही इस सीजन में करीब 3000 शादियां हो सकती हैं.
दूल्हा-दुल्हन के सामानों से सजा बाजार
शहर के कपड़ा मार्केट व उसके आसपास के क्षेत्रों में शादी से जुड़ी सामग्रियों को लेकर बाजारों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. इंदौर शहर के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के लोग भी यहां खरीदारी करने पहुंच रहे हैं. कपड़ा मार्केट के विजय जैन के अनुसार, इस बार बाजार में रौनक देखने को मिल रही है. लोग शादी से जुड़े सामान खरीदने पहुंच रहे हैं. मुख्य तौर पर यहां लहंगा चुन्नी शेरवानी सहित अन्य कपड़ों की मांग ज्यादा बन रही है.
दूल्हे के लिए 60 रुपए से लेकर 2 लाख तक का साफा
शादी-ब्याह की बात की जाए तो इसमें दूल्हा दुल्हन का एक अलग ही क्रेज होता है. दूल्हे को तैयार करने के लिए विभिन्न तरह के परिधानों का उपयोग किया जाता है. मुख्य तौर पर दूल्हे के लिए साफे का काफी महत्व माना जाता है. इंदौर के बाजारों में दूल्हे के लिए 60 रुपए से लेकर चांदी का वर्क कर किए हुए जरी वाले दो लाख रुपये तक के साफे उपलब्ध हैं. साफा कारोबारी शान्तु पालरेचा के अनुसार, बाजार में 60 रुपए से लेकर 10 हजार रुपये तक के साफे सामान्य तौर पर उपलब्ध हैं. वहीं अगर दूल्हे की पसंद के अनुसार ऑर्डर दिया जाता है, तो बनारस की पक्की जरीवाला साफा डेढ़ से दो लाख रुपये तक ऑर्डर के अनुरूप उपलब्ध कराया जाता है.
दुल्हन के लिए लाखों रुपये तक के लहंगे
कपड़ा कारोबारियों के अनुसार, इंदौर कपड़ा बाजार में दूल्हा-दुल्हन के लिए अलग-अलग वैरायटी के कई तरह के परिधान मौजूद हैं. दुल्हन के विशेष श्रंगार के लिए अलग-अलग सामग्रियां उपलब्ध हैं. वहीं दुल्हन के लिए सबसे महत्वपूर्ण लहंगा भी यहां कई तरह की वैरायटी में मौजूद है. इन लहंगों की कीमत 8000 रुपये से शुरू होकर लाखों रुपए तक है. मुख्य तौर पर इंदौर में लहंगा और शेरवानी किराए पर भी उपलब्ध होती हैं. व्यापारियों की मानें तो इस बार लोग कोरोना के चलते किराए की सामग्री लेने की बजाए खरीदना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. ऐसे में 50,000 रुपये तक के लहंगों की बिक्री ज्यादा हो रही है.