इंदौर। शहर में कौओं और कबूतरों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद अब तोतों को बीमारी से बचाकर सुरक्षित रखने की अनूठी मुहिम शुरू की गई है. इसके लिए पेड़ों पर पक्षियों के लिए घोंसले और दाने-पानी की व्यवस्था की जा रही है, जिससे पक्षी प्राकृतिक माहौल में सुरक्षित रह सकें.
दरअसल, रिहायशी क्षेत्रों में लगातार पक्षियों के घोंसले और आशियाने उजड़ रहे हैं. लिहाजा बड़ी संख्या में तोते इन दिनों पुलिस मुख्यालय परिसर के पास स्थित पेड़ों पर रह रहे हैं. इसे देख करुणा सागर नामक संस्था ने अब पेड़ों पर ही तोतों के लिए आशियाना बनाना शुरू कर दिया है. पहले चरण में करीब 1000 प्राकृतिक मटकों से तैयार घोंसले पेड़ों पर फिट किए जा रहे हैं.
पेड़ों पर ही पानी की व्यवस्था
शहरी क्षेत्र के कई इलाकों से दूषित पानी पीने के कारण पक्षियों की मौत हो जाती थी, जिसके बाद अब पेड़ों पर ही पानी के डब्बे लटकाए जा रहे हैं. इससे पक्षी सुविधाजनक रूप से अपने घोंसले के आसपास ही रह सकेंगे.
प्राकृतिक मानव जीवन और इकोसिस्टम के लिए हर पशु-पक्षी का खास महत्व है. इन्हीं पक्षियों की बदौलत तरह-तरह की वनस्पति और पौधे अंकुरित हो पाते हैं. वहीं फसलों पर होने वाले कीट और कीड़े-मकोड़े को भी पक्षी चट कर जाते हैं, जिससे फसलें सुरक्षित रहती हैं.
पक्षियों के लिए पेड़ों पर बनेगी टाउनशिप
अब शहर के पित्र पर्वत पर हजारों की संख्या में पक्षियों के घोंसले बनाकर पूरी टाउनशिप तैयार करने की योजना पर काम किया जा रहा है. पक्षियों की इस पहली टाउनशिप में न केवल तमाम पक्षियों के लिए दाने-पानी की सुचारू व्यवस्था रहेगी, बल्कि उन्हें प्राकृतिक और सुरक्षित माहौल प्रदान किया जाएगा.