इंदौर। सांप्रदायिक सद्भाव, देश की अखंडता और संविधान की रक्षा जैसे उद्देश्यों को लेकर गांधी दर्शन पदयात्रा की शुरुआत इंदौर से की गई है. इस मौके पर स्थानीय हिंदी साहित्य समिति ने एक कार्यक्रम भी आयोजित किया, जिसमें गांधीवादी विचारकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. पहले दिन ये यात्रा करीब 40 किलोमीटर का सफर तय करके इंदौर से देवास पहुंची है. यात्रा में करीब 100 गांधीवादी कार्यकर्ता पैदल चल रहे हैं, जो हर घंटे में 4 से 5 किलोमीटर का सफर यात्रा प्रभारी और कांग्रेस सचिव राकेश सिंह यादव की अगुवाई में तय कर रहे हैं.
पदयात्रा के पड़ाव-
- 20 दिसंबर बुधवार को यात्रा का अगला पड़ाव देवास से शुरू करेंगे.
- शाम 5 बजे देवास-भोपाल टोल नाके पर पहुंचेंगे.
- 21 नवंबर गुरुवार को देवास-भोपाल टोल नाके से यात्रा सोनकच्छ पहुंचेगी.
- 22 नवंबर शुक्रवार को फिर सोनकच्छ से यात्रा प्रारंभ होकर शाम 5:00 बजे मेहतवाडा पहुंचेगी.
- 23 नवंबर शनिवार को सुबह 9:00 बजे से पदयात्रा करते हुए शाम 5:00 बजे सीहोर जिले की सीमा में प्रवेश करके आष्टा पहुंचेगी.
- आष्टा से अगले दिन 24 नवंबर को फिर यात्रा शुरू होगी, जो शाम 5:00 बजे अमला पहुंचेगी.
- 25 नवंबर सोमवार को यात्रा अमला से शुरू होकर सीहोर पहुंचेगी.
- सीहोर में कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी दर्शन पदयात्रा के कार्यकर्ताओं का स्वागत सत्कार करेंगे.
- 26 नवंबर को फिर यात्रा सीहोर से शुरू होकर शाम 5:00 बजे भोपाल बायपास पहुंचेगी.
- 27 नवंबर को भोपाल बायपास से यात्रा प्रारंभ होगी, जो शाम 4:00 बजे तक भोपाल के पॉलीटेक्निक चौराहे पर पहुंचेगी.
- यहां गांधी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ यात्रा की अगवानी करेंगे.
इस दौरान वो यात्रा में शामिल सभी लोगों को मार्गदर्शन भी देंगे. मालवा क्षेत्र से करीब 20 साल बाद कोई पदयात्रा करीब 200 किलोमीटर का सफर तय कर रही है, जिसमें 8 दिन में यात्रा के 8 पड़ाव पूरे किए जाएंगे. भोपाल में आयोजित समारोह में मध्य प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष चिन्मय मिश्र समेत प्रदेश के अन्य गांधीवादी चिंतक और विचारक भी शामिल होंगे.