इंदौर। जिले के एमवाय हॉस्पिटल में एक मरीज के परिजनों के साथ मारपीट की घटना सामने आई है. मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. फिलहाल इस पूरे मामले में अभी तक पुलिस के पास किसी भी तरह की शिकायत नहीं पहुंची है. पुलिस वीडियो के आधार पर जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. वहीं एक दूसरे मामले में इंदौर पुलिस ने चोरी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मरीज के परिजन के साथ मारपीट
पूरा मामला इंदौर के सयोगीतागंज थाना क्षेत्र के एमवाय कैंपस के अंदर का बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि एमवाय हॉस्पिटल में देर रात कुछ लोग एक गंभीर घायल व्यक्ति को इलाज के लिए लेकर आए थे. इसी दौरान साथ में आए व्यक्तियों ने अपनी गाड़ी वहीं पर खड़ी कर दी. तभी ऐसा बताया जा रहा है की पार्किंग में मौजूद कर्मचारी आए और गाड़ी पार्किंग में खड़ी करने की बात को लेकर विवाद करने लगे. इसी दौरान मरीज के साथ आए हुए अटेंडर के साथ पार्किंग में मौजूद कर्मचारियों ने मारपीट की.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. फिलहाल इस पूरे मामले की जानकारी जब संयोगिता गंज पुलिस को लगी, तो वह वीडियो के आधार पर जांच पड़ताल करने में जुट गई. अभी प्रारंभिक तौर पर पुलिस के पास इस तरह की कोई शिकायत नहीं पहुंची है.
दूसरे मामले में चोरी के आरोपी गिरफ्तार
इंदौर के लसुड़िया क्षेत्र में पिछले दिनों कई घरों में चोरी की वारदात सामने आई थी. इस पूरे ही मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. घटना पर जानकारी देते हुए डीसीपी अभिषेक आनंद ने बताया कि पिछले दिनों क्षेत्र में सिलसिलेवार चोरी की घटना सामने आई थी. जिसमें पांच सूने घरों को निशाना बनाकर लाखों रुपए का सोने चांदी का माल चोरी किया गया था. पुलिस मामला दर्ज कर चोरों की तलाश में जुटी हुई थी. इसी दौरान मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र के धाबली में रहने वाले बदमाशों द्वारा चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है. सूचना के बाद पुलिस ने प्रवीण को पकड़ा.
जब उसके अपराध खंगाले तो उस पर 12 से अधिक चोरी के प्रकरण दर्ज होना पाया. जब आरोपी प्रवीण से पुछताछ की गई तो उसने अपने साथियों के साथ चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया. उसी की निशान देही पर पुलिस ने लोकेश चौहान, रविंद्र मंडलोई व रौनक बारिया को भी पकड़ा है. जिनके साथ प्रवीण चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है.