इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का पुलिस ने पिछले दिनों खुलासा करते हुए गुजरात तक पहुंचने में सफलता हासिल की थी. पूरे मामले में परत दर परत खुलती हुई नजर आ रही है. जिसमें गठित एसआईटी टीम ने दवा बाजार की दो दुकानों पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए संचालकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. जल्द ही मुख्य आरोपी को इंदौर पुलिस गुजरात से पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी. इसके लिए विजय नगर पुलिस ने कोर्ट में आवेदन लगा दिया है और जैसे ही यहां से अनुमति मिलती है तो पुलिस गुजरात जाकर मुख्य आरोपियों को पकड़ कर लेकर आएगी.
- मध्य प्रदेश में 1,200 से अधिक नकली रेमडेसिविर
दरअसल इंदौर में पुलिस ने कोरोना महामारी के दौर में कुछ लोग आवश्यक दवाइयों और मरीजों की जीवन रक्षा में प्रयोग आने वाले उपकरणों की भारी मात्रा में कालाबाजारी कर रहे थे. जिस पर इंदौर पुलिस द्वारा नकेल कसते हुए कार्रवाई कर खुलासा किया गया था. इंदौर पुलिस ने पूरा एक रैकेट इस पूरे मामले में पकड़ा. प्रारंभिक जांच पड़ताल में दो आरोपियों से नकली रेमडेसिविर जब्त कर पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे. जिसमें गिरोह का मुख्य आरोपी पुनीत शाह, कोशल बोरा और सुनील मिश्रा के नाम सामने आए थे. जिसके बाद कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर इंदौर पुलिस ने गुजरात के मोरबी पुलिस से संपर्क कर मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया था और कार्रवाई की गई थी. खुलासे में 1,200 से अधिक नकली रेमडेसिविर मध्य प्रदेश में आने की बात सामने आई थी और पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि 500 के करीब नकली रेमडेसिविर जबलपुर भी भेजे गए थे और अन्य बचे हुए इंदौर सहित आसपास के जिलों में खपा दिए गए हैं, इसी गिरोह की तफ्तीश करते हुए पुलिस अन्य आरोपियों तक भी पहुंची है.
नकली रेमडेसिविर मामले में जबलपुर पहुंची गुजरात पुलिस
- दवा बाजार के व्यापारियों पर पुलिस की निगाह
नकली रेमडेसिविर के मामले में शहर के कुछ मेडिकल के नाम भी सामने आए और पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर देवास के कुछ आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. उन आरोपों की निशानदेही पर इंदौर के दवा बाजार स्थित दो मेडिकल दुकानों पर दबिश दी और उनके संचालकों को भी हिरासत में लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. नकली रेमडेसिविर को बल्क मात्रा में मेडिकल स्टोर पर बेचा गया है. उन मेडिकल स्टोर की जानकारी जुटाई जा रही है, यदि कोई मेडिकल स्टोर इस गोरखधंधे में सामने आता है, तो उस पर भी वैधानिक और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
- गैर इरादतन हत्या का पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज, 24 पर रासुका की करवाई
मामले में पुलिस ने अभी तक पकड़े गए आरोपियों पर काफी सख्त कार्रवाई की है इंदौर आईजी के मुताबिक इस पूरे मामले में अभी तक 24 आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई यानी कि रासुका की कार्रवाई की गई है, तो वहीं 20 आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण दर्ज किया जा चुका है. वहीं आने वाले समय में इन आरोपियों की संपत्तियों को भी खंगाला जा रहा है और उन पर भी इंदौर नगर निगम के साथ मिलकर अतिक्रमण की कार्रवाई की जाएगी.
- बैक खातों में जमा राशियों को की जाएगी जब्त
पकड़े गए आरोपियों की जहां पुलिस संपत्ति की जानकारी जुटा रही है, तो वहीं उनके बैंक खातों को भी खंगाल जा रहा है. पुलिस को पकड़े गए आरोपियों के बैंक खातों की काफी जानकारी अभी तक आ चुकी है और अधिकतर ट्रांजैक्शन कोरोना करने के बाद के ही सामने आए हैं. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन्होंने बड़े स्तर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की है.
नकली रेमडेसिविर मामला: CM का डीजीपी को निर्देश, आरोपियों को गुजरात से उठाकर लाएं
- देवास से पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर जुटी पुलिस
पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी, कि देवास से सतवास के भी कुछ आरोपी इस पूरे गिरोह से जुड़े हुए हैं. पुलिस ने इस पूरे मामले में देवास के सतवास से भी आरोपियों को गिरफ्तार किया और उन आरोपियों की जब प्रोफाइल की जानकारी निकाली गई. यह जानकारी निकली कि वह लोग इंदौर के दवा बाजार में काम कर चुके हैं और यह लोग यहां पर सक्रिय होकर कुछ लोगों को भी नकली रेमडेसिविर दे चुके हैं. इसी के साथ पकड़े गए आरोपियों ने दवा बाजार के मेडिकल संचालकों के बारे में भी जानकारी दी, तो पुलिस ने मेडिकल संचालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की और जांच पड़ताल के दौरान मेडिकल के अंदर भी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले हैं.