इंदौर। इंदौर की राजेन्द्र नगर पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो क्षेत्र में लगातार बोरिंग की अनुमति देता था, लेकिन वह जो अनुमति संबंधित व्यक्ति को उपलब्ध करवाता था, वह पूरी तरीके से फर्जी होता था. वहीं पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है.
राजेन्द्र नगर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के सदस्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो शहर में बोरिंग की अनुमति के नाम पर अधिकारियों के फर्जी साइन और सील लगाकर अनुमति दे रहा था और इसके एवज में मोटा मुनाफा कमा रहे थे. राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र में प्रशासन द्वारा एक लिखित शिकायत दी गई. जिसमें 2 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर अंकित तिवारी को गिरफ्तार किया है. साथ ही बताया जा रहा है कि जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है, वह नगर निगम में पदस्थ हो सकता है.
इस पूरे मामले में राजेन्द्र नगर क्षेत्र में रहने वाली एक युवती ने अपने घर पर बोरिंग करवाने का आवेदन जिला प्रशासन को दिया था, जोकि नियमों के मुताबिक जिला प्रशासन में आवेदन जाने के बाद वो आवेदन निगम में आता है और यहां से ओके होने के बाद ही बोरिंग की अनुमति मिलती है, लेकिन इसके बीच ही बोरिंग की अनुमति एसडीएम के सील और साइन पर दी जा रही थी. जिस पर पुलिस अब सख्ती से पूछताछ कर रही है. इस शहर में ऐसे कितने लोग हैं, जिन्हें फर्जी साइन पर बोरिंग की अनुमति प्रदान की है, इस पर भी पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है.
वहीं ऐसा कहा जा रहा है कि यदि पुलिस के आला अधिकारी इसमें बारीकी से जांच पड़ताल करेगें तो पुलिस के भी कई कर्मचारी इसमें संलिप्त हो सकते हैं क्योंकि इंदौर शहर में बोरिंग पूरी तरीके से प्रतिबंधित है, उसके बाद भी अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगातार बोरिंग हो रही है. लेकिन पुलिस शिकायत नहीं होने के कारण किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करती और जिस जगह पर फरियादी शिकायत करता है, वहां पर उल्टे फरियादी को ही पुलिसकर्मी धमका देते हैं.