इंदौर । अहिल्या देवी विश्वविद्यालय में हंगामा ना हो, शायद ही ऐसा कोई दिन गुजरता होगा. कभी छात्र, तो कभी छात्र नेता और अब यहां काम करने वाले कर्मचारी इस परंपरा को निभाते हुए नजर आए. विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ ने कैंपस में नारेबाजी करते हुए अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर कुलपति रेणु जैन से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा.
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि, विश्वविद्यालय प्रबंधन उनकी लंबित मांगों की सुनवाई नहीं कर रहा है. प्रबंधन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है, प्रबंधन को जगाने के लिए हड़ताल और आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि, कर्मचारी संघ हड़ताल आंदोलन करेगा, इसी को लेकर कर्मचारी संघ ने ज्ञापन के जरिए विश्वविद्यालय प्रबंधन को जानकारी दी है.
वहीं कर्मचारियों के हड़ताल और आंदोलन करने की चेतावनी पर कुलपति रेणु जैन का कहना है कि, वर्तमान में धारा- 144 लागू है, जिसके चलते किसी भी तरह का आंदोलन नहीं किया जा सकता है. वहीं कर्मचारी संघ के अध्यक्ष का कहना है कि, 'यह हमारे हक की लड़ाई है, जिसके लिए वे किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं. हड़ताल की शुरुआत कलम बंद करने के साथ की जाएगी. साथ ही हड़ताल शुरू करने से पहले विश्वविद्यालय प्रबंधन को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए वक्त दिया गया है, अगर दिए गए वक्त में मांगे पूरी नहीं की जातीं, तो हड़ताल का सहारा लेंगे'.