इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) प्रदेश का एकमात्र ए ग्रेड विश्वविद्यालय है, लेकिन विश्वविद्यालय का विवादों से काफी पुराना नाता रहा है. विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते एक पूर्व कर्मचारी ने जहर खाकर सुसाइड करने की कोशिश की है. विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा में पदस्थ रह चुके, इस कर्मचारी ने नौकरी की नियमितता की परेशानी के चलते कुलपति ऑफिस के बाहर जहर खाकर खुदखुशी करने की कोशिश की.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की शाखा पूर्व में पदस्थ कर्मचारी खेमराज सिंह गुर्जर ने यूनिवर्सिटी के कुलपति कार्यालय के बाहर कीटनाशक खाकर आत्महत्या का प्रयास किया है. हालांकि समय रहते ही कर्मचारी को प्राथमिक उपचार के लिए शहर के एमवाय अस्पताल भेजा दिया है.
विभागीय आरोप के चलते खेमराज को हटाया था
बता दें कि खेमराज गुर्जर विश्वविद्यालय के गोपनीय शाखा में पूर्व में पदस्थ था. लेकिन कुछ विभागीय आरोप व अन्य कार्रवाई को लेकर खेमराज गुर्जर व एक अन्य कर्मचारी को विभाग से हटाया गया था. यह मामला बाद में कोर्ट भी पहुंचा था. कोर्ट के द्वारा पूरे मामले में सुनवाई के बाद कुछ समय पहले ही दोनों कर्मचारियों को दोषमुक्त करार दिया गया था. जिसके बाद से ही खेमराज अपनी नौकरी पर वापस लौटने का प्रयास कर रहा था, इसी को लेकर गुरुवार को परेशान होने के बाद कर्मचारी खेमराज गुर्जर ने आत्महत्या का प्रयास किया.
मामले में विधि कार्रवाई की जा रही है-कुलपति
कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने के प्रयास के मामले में कुलपति रेणु जैन का कहना है कि यह कर्मचारी पूर्व में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था. जिस पर आरोप लगने के दौरान कुछ सालों पहले इसे हटाया गया था. वर्तमान में इस पूरे मामले पर विधिक चर्चा की जा रही है. जिसकी जानकारी पूर्व में कर्मचारी को भी दी गई थी, हालांकि इस दौरान कर्मचारी ने आत्महत्या का प्रयास किया है, जो कि काफी गलत है. मामले में विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा कर्मचारी के आत्महत्या प्रयास को लेकर पुलिस को कार्रवाई पर भी चर्चा की जा रही है. कर्मचारी संगठन इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय की लापरवाही की बात कह रहे हैं.