इंदौर। बिजली बिल पर राहत की तमाम बातों की जा रही हैं, लेकिन इंदौर में सब्जी कारोबारी की सदमे से जान चली गई. बिजली विभाग ने 500 स्क्वायर फीट के मकान का एक लाख 18 हजार का बिल थमाया. अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने आला अधिकारियों से भी पूरे मामले को लेकर बात की. लेकिन किसी तरह की कोई राहत नहीं मिलते देख अधेड़ उम्र के व्यक्ति को अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई.वहीं परिजनों ने बिजली विभाग पर कई आरोप लगाए.
बिजली विभाग की गड़बड़ी ने ली बुजुर्ग की जान
25 मार्च को ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहने वाले अब्दुल सकुर की तबीयत बिगड़ी तो परिवार के लोग अस्पताल ले गए. डॉक्टर ने कहा कि मृत घोषित कर दिया, अब्दुल सकुर सब्जी कारोबारी थे और लॉकडाउन के बाद से ही घर की हालत खराब हो चुकी थी उनकी दो लड़कियां और एक लड़का है एक लड़की की शादी हो चुकी है ग्रीन पार्क कॉलोनी में 500 स्क्वायर फीट के मकान में रहते हैं.
भाई अब्दुल जुहूर मुन्ना ने बताया, कि 25 फरवरी को बिजली अधिकारी जांच के लिए आए थे उन्होंने मीटर चेक किया तो बोले तुम्हारे बिजली का बिल कम आता है मीटर में गड़बड़ी है हम इसकी जांच करेंगे वह मीटर निकाल कर ले गए और स्मार्ट मीटर लगा दिया, उस मीटर की जांच रिपोर्ट आने के पहले ही एक लाख 18 हजार का बिल कारोबारी को थमा दिया गया. आरोप लगाया कि बिजली चोरी की जा रही है परिवार का कहना है कि बरसों से कभी 400-500 बिल नहीं आया, इतना बिल नहीं आता है.
बिजली विभाग की लापरवाही, करंट लगने से किसान के बेटे की मौत
शिकायत के बाद भी नहीं मिली राहत
वहीं इस पूरे मामले को लेकर अब्दुल सकुर ने भी कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से बात की लेकिन किसी तरह की कोई राहत नहीं मिली वही सिरपुर जोन पर जब सकुर और उसके रिश्तेदार बात करने गए तो अफसरों ने जवाब दिया कि मीटर में छेद था 75 हजार जमा करना पड़ेगा नहीं तो जेल जाना पड़ सकता है यह सुनते ही अब्दुल की तबीयत बिगड़ने लगी, 15 मार्च को विभाग के अधिकारियों ने अल्टीमेटम दे दिया कि बिल जल्दी जमा करवा दो, मार्च तक टारगेट पूरा करना है यह सुनने के बाद सकुर की तबीयत बिगड़ती चली गई और 10 दिन बाद उसकी जान चली गई, परिवार के लोगों ने आरोप लगाए हैं कि अफसरों की लापरवाही से ही घर के मुखिया की मौत हुई है वहीं अब अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही पुलिस को भी शिकायत की जाएगी.
बिजली विभाग के मार्च के आखिर में विभिन्न जगह पर वसूली अभियान चला रहा है इस कड़ी में ग्रीन पार्क में भी अब्दुल सकुर के वहां पर विभाग का अमला जांच पड़ताल के लिए पहुंचा था और इसी दौरान वहां पर विभाग ने छापामार कार्रवाई करते हुए कारोबारी का एक लाख अट्ठारह हजार रुपए का बिल बना दिया,
फिलहाल परिजनों का कहना है कि अटैक बिल के बढ़ने के कारण आया है फ़िलहाल परिजनों ने विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही आरोप लगाए है.