इंदौर। चुनाव आयोग लोकसभा के मद्देनजर सख्त कदम उठा रहा है. जिसके तहत मतदाताओं को जागरूक करने के लिये कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ मतदान में पारदर्शिता रखने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं. अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं, वह किसी भी अवैध गतिविधि पर पैनी नजर रखें.
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि दस लाख से अधिक पैसों के मामले में कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग साथ रखें और आईटी विभाग की मदद भी लें. जिला निर्वाचन अधिकारी लोकेश जाटव ने बताया कि इंदौर में लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए 21 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो अपने अपने क्षेत्र में काम करेंगे.
विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकारियों की शिकायतें मिलने के बाद लोकसभा चुनाव में सेक्टर निर्वाचन अधिकारियों के काम पर निगरानी के लिए एक एप भी तैयार किया गया है. जिस पर उन्हें प्रतिदिन उनके द्वारा किए गए काम की रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेजनी होगी. ये एप जीपीएस से कनेक्ट होगी, जिससे निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी सेक्टर निर्वाचन अधिकारियों पर निगरानी रख सकेंगे.
इत तरह होगी पल-पल की जानकारी
जीपीएस के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि सेक्टर अधिकारी कब-कब और कितने समय तक अपने निर्धारित कार्यक्षेत्र में रहे हैं. उनके द्वारा मतदान स्थलों का कितनी बार निरीक्षण किया गया है. निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों कर्मचारियों के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, सोशल मीडिया के माध्यम से अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर प्रशिक्षण के वीडियो अपलोड कर उनकी लिंक अधिकारियों को भेजी जा रही है.