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गंभीर नदी और यशवंत सागर तालाब का पानी हुआ दूषित, पाए गए खतरनाक धातु

इंदौर के पीथमपुरा स्थित फैक्ट्री ने यशवंत सागर तालाब में दूषित पानी छोड़ दिया, जिसमें खतरनाक धातु पाए गए हैं. ये पानी लोगों और मवेशियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं.

पेयजल स्त्रोत में छोड़ा गया दूषित पानी
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Published : Nov 7, 2019, 3:27 PM IST

इंदौर। शहर की गंभीर नदी और मुख्य पेयजल स्रोत यशवंत सागर तालाब में दूषित पानी होने की वजह से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर निगम को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सौंपी है.

गंभीर नदी और यशवंत सागर तालाब का पानी हुआ दूषित

दरअसल 22 अक्टूबर को पीथमपुरा स्थित फैक्ट्री ने गंभीर नदी और यशवंत सागर तालाब को दूषित कर दिया था, हालांकि लोगों ने इस मामले की सूचना जल कार्य प्रभारी बलराम वर्मा को दी थी, जिन्होंने कलारिया गांव में जाकर निरीक्षण भी किया था. पानी में भारी धातुओं के तत्व पाए गए हैं, जो खतरनाक श्रेणी में आते हैं. पानी में एसिड और केमिकल पाया गया है, जिसकी वजह से पानी का रंग लाल हो गया है. रिपोर्ट मिलने के बाद अब नगर निगम पता लगा रहा है कि शहर के पेयजल स्त्रोत को दूषित करने के लिए आखिरकार कौन जिम्मेदार है, ताकि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जा सके.

इंदौर। शहर की गंभीर नदी और मुख्य पेयजल स्रोत यशवंत सागर तालाब में दूषित पानी होने की वजह से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर निगम को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सौंपी है.

गंभीर नदी और यशवंत सागर तालाब का पानी हुआ दूषित

दरअसल 22 अक्टूबर को पीथमपुरा स्थित फैक्ट्री ने गंभीर नदी और यशवंत सागर तालाब को दूषित कर दिया था, हालांकि लोगों ने इस मामले की सूचना जल कार्य प्रभारी बलराम वर्मा को दी थी, जिन्होंने कलारिया गांव में जाकर निरीक्षण भी किया था. पानी में भारी धातुओं के तत्व पाए गए हैं, जो खतरनाक श्रेणी में आते हैं. पानी में एसिड और केमिकल पाया गया है, जिसकी वजह से पानी का रंग लाल हो गया है. रिपोर्ट मिलने के बाद अब नगर निगम पता लगा रहा है कि शहर के पेयजल स्त्रोत को दूषित करने के लिए आखिरकार कौन जिम्मेदार है, ताकि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जा सके.

Intro:इंदौर के मुख्य पेयजल स्त्रोत यशवंत सागर तालाब में पीतमपुर के अज्ञात उद्योग से जो दूषित पानी छोड़ा गया था वह खतरनाक श्रेणी का था इस मामले की जांच के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर निगम को कार्यवाही के लिए इस आशय की रिपोर्ट सौंपी है


Body:दरअसल 22 अक्टूबर को किसी उद्योग द्वारा गंभीर नदी में काफी मात्रा में दूषित पानी छोड़ा गया था जिसके बाद गंभीर नदी का पूरा पानी लाल हो चुका था उस दौरान ग्राम गुलरिया के लोगों ने इस मामले की सूचना जल कार्य प्रभारी बलराम वर्मा को दी थी जिसके बाद पता चला था कि पीतमपुर के किसी अज्ञात उद्योग द्वारा छोड़ा गया जहरीला पानी गंभीर नदी से होते हुए यशवंत सागर तालाब में भी मिल चुका है हालांकि उस दौरान इस मामले की जांच के आदेश दिए गए थे साथ ही गंभीर नदी के अलावा यशवंत सागर तालाब के पानी के सैंपल भी जांच के लिए लिए गए थे हाल ही में इस मामले की जांच रिपोर्ट प्रदूषण नियंत्रण मंडल इंदौर ने नगर निगम को सौंपी है जिसमें पाया गया है कि पीतमपुर के अज्ञात उद्योग से जो पानी गंभीर नदी में छोड़ा गया था वह खतरनाक श्रेणी का था और उसमें भारी धातुओं के तत्व भी थे यह पानी एसिटिक और केमिकल युक्त होने के कारण नदी का पानी भी लाल रंग का हो गया था हालांकि इस मामले में अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उक्त दूषित पानी किस उद्योग द्वारा गंभीर नदी में छोड़ा गया था इधर रिपोर्ट मिलने के बाद नगर निगम के स्तर पर भी अब यह पता लगाया जा रहा है कि शहर के पेयजल स्त्रोत में दूषित पानी के प्रभाव के लिए आखिरकार कौन जिम्मेदार है जिससे कि इस मामले में प्रभावी कार्यवाही की जा सकेl


Conclusion:बाइट डॉ दिलीप बाघेला जांच अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण मंडल इंदौर
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