भोपाल। प्रदेश में लॉकडाउन के बाद डॉक्टरों की भूमिका काफी अहम हो गई है. प्रदेश भर के डॉक्टर लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए जोखिम उठाकर अपना फर्ज निभा रहे हैं, यहां तक कि कई डॉक्टर घर तक नहीं जा रहे हैं, ऐसी परिस्थिति के बाद भी राज्य शासन स्वास्थ्य विभाग में तबादले किए जा रहा है, विवादों में रहीं डॉक्टर अरुणा कुमार को एक बार फिर से गांधी मेडिकल कॉलेज का डीन बनाया गया है.
भोपाल संभाग आयुक्त कविंद्र कियावत के आदेश में लिखा गया है कि कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए चिकित्सालय और गांधी मेडिकल महाविद्यालय के कार्य का अलग-अलग रूप से संचालन किया जा रहा है. जिसके अनुसार डॉक्टर अरुणा कुमार को सात महीने बाद गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में प्रशासकीय और वित्तीय प्रभार अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक सौंपा जा रहा है.
डॉक्टर अरुणा कुमार ने डीन का पदभार किया ग्रहण
देर शाम आदेश जारी होने के थोड़ी ही देर बाद डॉक्टर अरुणा कुमार ने गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन का पदभार भी संभाल लिया है और किसी को भी इसकी भनक तक नहीं लगी है. उनके जॉइन करने के बहुत देर बाद सभी को पता चला कि डॉक्टर अरुणा कुमार ने पदभार ग्रहण कर लिया है.
डॉक्टर अरुणा कुमार के खिलाफ हुआ था आंदोलन
पिछले साल अक्टूबर में एक पीजी छात्रा के साथ हॉस्टल में छेड़छाड़ की घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने उस समय गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन रहीं डॉक्टर अरुणा कुमार के खिलाफ आंदोलन किया था. इस दौरान काफी दिनों तक हमीदिया अस्पताल का कार्य भी प्रभावित हुआ था. जिसके बाद अरुणा कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि 7 महीने बाद वे एक बार फिर से उसी पद पर पदस्थ हुई हैं, लेकिन इस बार उन्हें केवल अस्थायी रूप से ही गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन का पदभार दिया गया है.