इंदौर। नगर निगम आयुक्त ने 1 जून से पूरी क्षमता के साथ शहर के ट्रेंचिंग ग्राउंड डिस्ट्रिक्ट प्रोसेसिंग प्लांट का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं. इस प्लांट के माध्यम से ही शहर में सूखे कचरे और गीले कचरे को लेकर काम किया जाता है.
इंदौर नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि इंदौर की पहचान स्वच्छता के कारण है, इस कार्य में हमें कोई लापरवाही नहीं करनी है. आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए गए कि लॉकडाउन के कारण अभी सूखे और गीले कचरे के प्रोसेसिंग प्लांट जो 50 से 60% की केपीसिटी में कार्य कर रहे हैं, उन्हें अब 1 जून से फुल कैपेसिटी में कार्य किया जाना किया जाना सुनिश्चित किया जाए.
साथ ही यहां पर मृत पशुओं के लिए प्रोसेस के लिए निगम द्वारा टेंडर आमंत्रित किए गए थे, जिसमें किसी के द्वारा भाग नहीं लिए जाने के कारण फिर से टेंडर आमंत्रित करने के निर्देश दिए गए.
इंदौर के ट्रेंचिंग ग्राउंड का नाम पूरे देश में स्वच्छता को लेकर जाना जाता है. किसी समय यहां पर कचरे के बड़े बड़े पहाड़ हुआ करते थे. लेकिन इंदौर नगर निगम ने उसे समाप्त कर यहां पर प्रोसेसिंग प्लांट लगाया है.