इंदौर। कलेक्ट्रेट परिसर में लगाए गए संसाधनों की हकीकत उस दौरान उजागर हो गई जब कलेक्ट्रेट की लिफ्ट बीच में खराब होने के कारण एक दिव्यांग महिला कर्मचारी समेत दो युवक लिफ्ट में घंटों फंसे रह गए. इस दौरान वहां पहुंचे राजीव विकास केंद्र के देवेंद्र सिंह यादव की मदद से मौके पर पहुंचे लिफ्टमैन से दरवाजा खुलवाकर तीनों को बाहर निकाला अब इस मामले की शिकायत जिला कलेक्टर से की जा रही है.
कलेक्टर कार्यालय की निर्वाचन शाखा में पदस्थ दिव्यांग महिला मीना साकेत, दिनेश राठौर और गणेश शर्मा शाम 5 बजे नीचे उतरने के लिए रोज की तरह लिफ्ट में सवार हुए लेकिन बीच में ही फंसे रह गए. इस दौरान उनकी आवाज सुनकर मौके पर मौजूद लोगों ने उनसे बातचीत करने लायक लिफ्ट का दरवाजा बमुश्किल खोला. इस दौरान तीनों ही 6.30 बजे तक लिफ्ट में फंसे रहे.
मौके पर पहुंचे राजीव विकास केंद्र के देवेंद्र यादव ने कलेक्ट्रेट के अधिकारियों को सूचना दी लेकिन फिर भी मौके पर कोई नहीं पहुंचा, इसके बाद मौके पर मौजूद सभी कर्मचारियों की मदद से ढेड़ घंटे बाद तीनों को सुरक्षित निकाला जा सका. लोगों का कहना है कि जिस कंपनी को लिफ्ट के मेंटेनेंस का ठेका दिया गया है, उसके खिलाफ कलेक्टर लोकेश जाटव से शिकायत की जाएगी. इस घटना के पहले कलेक्टर कार्यालय में आग लग चुकी है वहीं परिसर में आवारा कुत्तों का डेरा भी लगा हुआ है.