इंदौर(Agency,PTI)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि इतने गंभीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खामोशी ओढ़ रखी है. यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण शरण सिंह को बचाने के लिए पूरी केंद्र सरकार जुटी हुई है. उन्होंने कहा कि जब मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिल रहा तो आम आदमी की क्या बात करें.
केंद्र सरकार को शर्म आनी चाहिए : कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसे शर्म आनी चाहिए. क्योंकि पूरे प्रकरण से अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की छवि को बड़ा झटका लगा है. उन्होंने कहा कि यह कल्पना नहीं की जा सकती कि महिला पहलवानों द्वारा उठाए गए मुद्दों और उनके आंदोलन से भारत की छवि विश्व स्तर पर कितनी धूमिल हुई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि 28 मई को इन महिला पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने घसीट-घसीटकर वाहनों में बैठाया. इससे पूरे देश का सिर शर्म से झुक गया है.
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पहलवानों की खेल मंत्री से वार्ता : बता दें कि दिग्विजय सिंह ने यह बयान तब दिया, जब ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया की अगुआई में शीर्ष पहलवान दिल्ली में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ बैठक कर रहे थे. बैठक समाप्त होने के बाद ठाकुर ने इसे सकारात्मक बताया. पूनिया ने कहा कि उन्होंने 15 जून तक अपना विरोध स्थगित कर दिया है, लेकिन आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है. बता दें कि ये पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे थे और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. कुछ महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.