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फर्जीवाड़ा रोकने के लिए देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कवायद, छात्रों को दी जाने वाली डिग्री हुई हाईटेक

छात्रों की सहूलियत के लिए देवी आहिल्या विश्वविद्यालय ने छात्रों को दी जाने वाली डिग्री के लिए एक नवाचार किया है. विश्वविद्यालय ने अब छात्रों की डिग्री के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की है.

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Published : Dec 16, 2019, 9:04 PM IST

Exercise of Devi Ahilya University
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कवायद

इंदौर। देवी आहिल्या विश्वविद्यालय ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नए व्यवस्था लागू की है. बीते दिनों छात्रों को जारी की जाने वाली डिग्री के लिए एक नवाचार किया गया है. जिसमें पुराने समय से चली आ रही दो डिग्रियों की व्यवस्थाओं को खत्म करते हुए हिंदी और अंग्रेजी की एक ही डिग्री की व्यवस्था लागू की गई थी.

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कवायद


डिग्री के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की है. वहीं डिग्री को सिक्योर बनाने के लिए और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा नई डिग्री में कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स भी लगाए गए हैं. विश्वविद्यालय द्वारा लागू की गई नई व्यवस्था के चलते अब तक करीब 1 हजार से अधिक डिग्रियां विश्वविद्यालय जारी कर चुकी है. वहीं देश के बाहर अन्य देशों में बैठे विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा डिग्री के लिए किए गए आवेदन पर 100 से अधिक डिग्रियां छात्रों को भी विदेश में भेजी जा चुकी है. वहीं आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय द्वारा करीब 500 से अधिक डिग्रियां डिस्पैच की जानी है.


विश्वविद्यालय ने लागू की गई डिग्री की इस नई व्यवस्था के चलते छात्रों को बहुत हद तक फायदा हो रहा है. विदेश में बैठे छात्रों को आसानी से विश्वविद्यालय से डिग्री उपलब्ध हो रही है. वहीं डिग्री के लिए लागू की गई नई व्यवस्था में भी छात्रों को वेरिफिकेशन के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है. विदेशों में मौजूद कंपनियां और छात्र सीधे ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से निर्धारित शुल्क का भुगतान कर डिग्री का सत्यापन कर सकते हैं. जिससे उन्हें किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

इंदौर। देवी आहिल्या विश्वविद्यालय ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नए व्यवस्था लागू की है. बीते दिनों छात्रों को जारी की जाने वाली डिग्री के लिए एक नवाचार किया गया है. जिसमें पुराने समय से चली आ रही दो डिग्रियों की व्यवस्थाओं को खत्म करते हुए हिंदी और अंग्रेजी की एक ही डिग्री की व्यवस्था लागू की गई थी.

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कवायद


डिग्री के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की है. वहीं डिग्री को सिक्योर बनाने के लिए और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा नई डिग्री में कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स भी लगाए गए हैं. विश्वविद्यालय द्वारा लागू की गई नई व्यवस्था के चलते अब तक करीब 1 हजार से अधिक डिग्रियां विश्वविद्यालय जारी कर चुकी है. वहीं देश के बाहर अन्य देशों में बैठे विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा डिग्री के लिए किए गए आवेदन पर 100 से अधिक डिग्रियां छात्रों को भी विदेश में भेजी जा चुकी है. वहीं आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय द्वारा करीब 500 से अधिक डिग्रियां डिस्पैच की जानी है.


विश्वविद्यालय ने लागू की गई डिग्री की इस नई व्यवस्था के चलते छात्रों को बहुत हद तक फायदा हो रहा है. विदेश में बैठे छात्रों को आसानी से विश्वविद्यालय से डिग्री उपलब्ध हो रही है. वहीं डिग्री के लिए लागू की गई नई व्यवस्था में भी छात्रों को वेरिफिकेशन के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है. विदेशों में मौजूद कंपनियां और छात्र सीधे ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से निर्धारित शुल्क का भुगतान कर डिग्री का सत्यापन कर सकते हैं. जिससे उन्हें किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

Intro:देवीआहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा बीते दिनों छात्रों को जारी की जाने वाली डिग्री के लिए एक नवाचार किया गया था जिसमें पुराने समय से चली आ रही दो डिग्रियों की व्यवस्थाओं को खत्म करते हुए हिंदी और अंग्रेजी की एक ही डिग्री की व्यवस्था लागू की गई थी


Body:विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई नई व्यवस्था मैं छात्रों द्वारा डिग्री के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की गई थी वही डिग्री को सिक्योर बनाने के लिए और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा नई डिग्री में कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स भी लगाए गए हैं विश्वविद्यालय द्वारा लागू की गई नई व्यवस्था के चलते अब तक करीब 1000 से अधिक डिग्रियां विश्वविद्यालय द्वारा जारी की जा चुकी है वहीं देश के बाहर अन्य देशों में बैठे विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा डिग्री के लिए किए गए आवेदन पर 100 से अधिक डिग्रियां छात्रों को भी विदेश में भेजी जा चुकी है वही आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय द्वारा करीब 500 से अधिक डिग्रियां डिस्पैच की जानी है


Conclusion:विश्वविद्यालय द्वारा लागू की गई डिग्री की इस नई व्यवस्था के चलते छात्रों को बहुत हद तक फायदा हो रहा है विदेश में बैठे छात्रों को आसानी से विश्वविद्यालय से डिग्री उपलब्ध हो रही है वहीं डिग्री के लिए लागू की गई नई व्यवस्था में भी छात्रों को वेरिफिकेशन के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है विदेशों में मौजूद कंपनियां और छात्र सीधे ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट के माध्यम से निर्धारित शुल्क का भुगतान कर डिग्री का सत्यापन कर सकते हैं जिससे उन्हें किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा वर्तमान में यह सुविधा का उपयोग कहीं छात्रों द्वारा किया जा रहा है

बाइट रेणु जैन कुलपति देवी अहिल्या विश्वविद्यालय
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