इंदौर। सहकारिता विभाग ने यौन उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई करते हुए इंदौर में पदस्थ सहकारिता उपायुक्त राजेश क्षत्री को सस्पेंड कर दिया है. क्षत्री के खिलाफ पीड़ित महिला अधिकारी ने मंत्री गोविंद सिंह से शिकायत की थी, जिसका संज्ञान लेते हुए उन्होंने तत्काल आरोपी अधिकारी के निलंबन का आदेश दे दिया. इस कार्रवाई के बाद पीड़िता ने राहत की सांस ली है.
महिला अफसर ने मंत्री से की शिकायत
दरअसल सहकारिता विभाग में पदस्थ महिला अधिकारी साल भर से इंदौर पुलिस और अन्य स्थानों में अपने साथ हो रही प्रताड़ना की शिकायतें कर रही थी, स्थानीय स्तर पर कोई मदद नहीं मिलने के बाद पीड़िता ने विभागीय मंत्री गोविंद सिंह से पूरे मामले की शिकायत की. मंत्री के निर्देश के बाद जांच में पाया गया कि, पीड़िता की शिकायतें सही हैं. जिसके बाद विभागीय मंत्री गोविंद सिंह ने सहकारिता उपायुक्त राजेश क्षत्री को निलंबित कर भोपाल कार्यालय में अटैच कर दिया है.
अश्लील मैसेज भेजता था सहकारिता उपायुक्त
इंदौर में पदस्थ सहकारिता डिप्टी रजिस्ट्रार राजेश क्षत्री अपने ही अधीन पदस्थ महिला अधिकारी को रात में अश्लील मैसेज भेजते थे. इसके अलावा बिना कारण मीटिंग और सहकारिता के मामलों पर चर्चा के लिए अपने केबिन में बिठाए रखकर साथ में लंच करने के लिए मजबूर करते थे. साथ ही दफ्तर के बाद मिलने के लिए दबाव बनाना उनकी आदत बन गई थी.
ऐसे हुई कार्रवाई
महिला अधिकारी ने अपने साथ हो रही प्रताड़ना से तंग आकर इस मामले की शिकायत इंदौर डीआईजी और कलेक्टर से की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. पीड़िता ने कई बार सहकारिता उपायुक्त राजेश क्षत्री को समझाने की भी कोशिश की, इसके बाद भी जब उपायुक्त अपनी हरकतों से बाज नहीं आए, तो पीड़िता से सभी सबूतों के साथ विभागीय मंत्री से पूरे मामले की शिकायत कर दी. जांच में सभी प्रमाण सही पाए गए जाने पर मंत्री ने निलंबन के आदेश जारी कर दिए.