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संस्कृति मंत्री की दलील, मास्क, दवाइयों से नहीं यज्ञ से कोरोना का समाधान

मध्य प्रदेश सरकार में संस्कृति मंत्री (Minister of Culture) ने दावा किया है कि कोरोना का समाधान मास्क और दवाइयां नहीं है, बल्कि यज्ञ है. जिस प्रकार फॉगिंग कि क्रिया काम करती है उसी प्रकार हवन भी फॉगिंग का काम करेगी.

Culture and Tourism Minister Usha Thakur
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर
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Published : May 13, 2021, 10:05 PM IST

इंदौर। कोरोना से बचाव के लिए आमतौर पर मास्क लगाने और सैनिटाइजर से दूर रहने वाली प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर (Culture and Tourism Minister Usha Thakur) ने एक बार फिर यज्ञ और अग्निहोत्र से ही कोरोना संक्रमण (Corona infection) के समाधान का दावा किया है. उषा ठाकुर ने दावा किया है कि मास्क और सैनिटाइजर से कोरोना का समाधान नहीं होगा, इसके लिए यज्ञ और वैदिक पद्धति से किए जाने वाले अग्निहोत्र ही कारगर हैं.

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर
  • वैदिक पद्धति अपनाए- उषा ठाकुर

इंदौर में ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की स्थिति के नियंत्रण को लेकर आयोजित बैठक में उषा ठाकुर ने बताया कोरोना से मुक्ति के लिए यज्ञ और वैदिक पद्धति से किए जाने वाले अग्निहोत्र ही कारगर हैं. उन्होंने दावा किया कि प्राचीन दौर में जिस तरह हवन और औषधि युक्त पूजन सामग्री से अग्निहोत्र होते थे. वहीं भवन से निकलने वाला धुआं (फॉगिंग) का काम करता था. जिसके कारण उस दौरान लोगों के फेफड़े संक्रमित नहीं होते थे.

केवल यज्ञ से महामारी दूर करना असंभव: मंत्री उषा ठाकुर के 'यज्ञ' वाले बयान पर पटवारी

उन्होंने कहा आज जो दवाइयों की फॉगिंग और छिड़काव हो रहा है. यह भी ठीक उसी तरह की विधि है. आज के दौर में भी जिन घरों में दैनिक रूप से यज्ञ और वैदिक पद्धति से हवन होते हैं, उन घरों के किसी भी व्यक्ति को संक्रमण नहीं हुआ है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ी-बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में भी उन लोगों की जान बच सकी है, जो हवन और यज्ञ करते थे. इसका उदाहरण भोपाल गैस कांड में जीवित बचा एक परिवार भी है. आज के दौर में भी वैदिक पद्धति आधारित जीवन शैली को अपनाया जाए, तो सभी धर्मों की मान्यता है कि इससे सभी व्यक्ति संक्रमण से मुक्त रहते हुए अधिक आयु तक जी सकेंगे.

इंदौर। कोरोना से बचाव के लिए आमतौर पर मास्क लगाने और सैनिटाइजर से दूर रहने वाली प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर (Culture and Tourism Minister Usha Thakur) ने एक बार फिर यज्ञ और अग्निहोत्र से ही कोरोना संक्रमण (Corona infection) के समाधान का दावा किया है. उषा ठाकुर ने दावा किया है कि मास्क और सैनिटाइजर से कोरोना का समाधान नहीं होगा, इसके लिए यज्ञ और वैदिक पद्धति से किए जाने वाले अग्निहोत्र ही कारगर हैं.

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर
  • वैदिक पद्धति अपनाए- उषा ठाकुर

इंदौर में ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की स्थिति के नियंत्रण को लेकर आयोजित बैठक में उषा ठाकुर ने बताया कोरोना से मुक्ति के लिए यज्ञ और वैदिक पद्धति से किए जाने वाले अग्निहोत्र ही कारगर हैं. उन्होंने दावा किया कि प्राचीन दौर में जिस तरह हवन और औषधि युक्त पूजन सामग्री से अग्निहोत्र होते थे. वहीं भवन से निकलने वाला धुआं (फॉगिंग) का काम करता था. जिसके कारण उस दौरान लोगों के फेफड़े संक्रमित नहीं होते थे.

केवल यज्ञ से महामारी दूर करना असंभव: मंत्री उषा ठाकुर के 'यज्ञ' वाले बयान पर पटवारी

उन्होंने कहा आज जो दवाइयों की फॉगिंग और छिड़काव हो रहा है. यह भी ठीक उसी तरह की विधि है. आज के दौर में भी जिन घरों में दैनिक रूप से यज्ञ और वैदिक पद्धति से हवन होते हैं, उन घरों के किसी भी व्यक्ति को संक्रमण नहीं हुआ है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ी-बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में भी उन लोगों की जान बच सकी है, जो हवन और यज्ञ करते थे. इसका उदाहरण भोपाल गैस कांड में जीवित बचा एक परिवार भी है. आज के दौर में भी वैदिक पद्धति आधारित जीवन शैली को अपनाया जाए, तो सभी धर्मों की मान्यता है कि इससे सभी व्यक्ति संक्रमण से मुक्त रहते हुए अधिक आयु तक जी सकेंगे.

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