इंदौर। इंदौर समेत आसपास के जिलों में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों के खिलाफ जिला प्रशासन की सख्ती और ग्राहकों द्वारा मिट्टी की मूर्ति मांगे जाने के कारण इस बार बाजार में अधिकांश तौर पर मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाएं बेची जा रही हैं.जिसके चलते इंदौर में भी 2 सितंबर से 10 दिनी गणेश उत्सव की शुरूआत के पहले अधिकांश ग्राहक दुकानों पर पहुंचकर मिट्टी के गणेश का ही चयन कर रहे हैं.
दरअसल इसकी वजह मिट्टी के गणेश प्रतिमा का घर में ही विसर्जन हो जाना है इसके अलावा यह पर्यावरण के लिहाज से अनुकूल है मिट्टी के गणेश में भी उन मूर्तियों को ज्यादा पसंद किया जा रहा है जिनमें खासा डेकोरेशन मौजूद है, इसके अलावा प्लास्टर ऑफ पेरिस की सामान्य मूर्तियों की तुलना में मिट्टी के गणेश करीब 25 से 30 फ़ीसदी महंगे होते हैं. जिसके बाद भी ग्राहक महंगी मूर्तियों का चयन कर रहे हैं.दरअसल इस बार यहां मिट्टी की मूर्तियां महाराष्ट्र,कोलकाता समेत अन्य पड़ोसी राज्यों से लाई गई हैं, जिन्हें शहर के मुख्य बाजारों में विभिन्न स्थानों पर बेचा जा रहा है इनमें से अधिकांश बड़ी मूर्तियां गणेशोत्सव समितियों के लिए अभी से बुक भी की जा चुकी हैं.बाजार में 200 से लेकर 10000 तक की मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमाएं मौजूद हैं.