इंदौर। कोरोना का संक्रमण लगातार पैर पसार रहा है. दूसरी ओर कोरोना वेक्सीन लगाने का क्रम भी काफी तेजी से चल रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार से इंदौर की जिला न्यायालय में भी वेक्सीन लगाने की शुरुआत की गई, यहां पर बड़ी संख्या में वकीलों को टीका लगाया गया. पिछले काफी दिनों से वकीलों की मांग थी कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उन्हें भी कोरोना वेक्सीन लगाई जाए, उसी को देखते हुए कलेक्ट के माध्यम से जिला कोर्ट के अंदर ही एक शिविर लगाया गया है, जहां पर वकीलों व न्यायाधीश सहित कोर्ट के कर्मचारियों को कोरोना वेक्सीन लगाई जायेगी.
कोर्ट में वैक्सीन लगाई गई
इंदौर के जिला न्यायालय में भी कोरोना वैक्सीन अभियान की शुरुआत हुई. न्यायालय में सबसे पहला टीका का 10 वर्ष के अधिवक्ता सुजान मल जैन सहित अन्य उम्र दराज वरिष्ठ वकीलों को लगा है, जिसमें आनंद मोहन माथुर और भागचंद जैन को भी कोरोना वायरस इन इंदौर की जिला कोर्ट में लगाया गया. वहीं इसका विधिवत शुभारंभ कलेक्टर मनीष सिंह कोर्ट के न्यायाधीश की उपस्थिति में किया गया और सबसे पहले वरिष्ठ वकीलों को कोरोना वैक्सिन लगाई गई.
वकीलों को लगी कोरोना वैक्सीन
जिला न्यायालय के वकीलों की कलेक्टर से कई दिनों से यह मांग थी कि कोरोना संक्रमण के दौर में उन्हें भी कोरोना वेक्सीन लगाई जाए. इसी कड़ी में इंदौर की जिला न्यायालय में एक सेंटर बनाया गया और वहां पर वकीलों को ही कोरोना वेक्सीन लगाई जाएगी. वहीं वरिष्ठ एडवोकेट कमल गुप्ता के द्वारा बताया गया कि देश में इंदौर पहला जिला न्यायालय बन गया है, जहां टीकाकरण अभियान के तहत न्यायालय परिसर में 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ अधिवक्ताओं को टीका लगाया जा रहा है. न्यायधीश पालीवाल ने कोर्ट परिसर में सख्ती से कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करने के लिए भी अपील की है.
97 साल के वरिष्ठ वकील ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
जैसे ही इंदौर की जिला कोर्ट परिसर में वरिष्ठ अधिवक्ताओं को कोरोना वेक्सीन लगने का क्रम शुरू हुआ, तो सबसे पहले 97 साल के वरिष्ठ अधिवक्ता सुजान मल जैन ने कोरोना वेक्सीन लगवाई और उन्होंने सभी से यह अपील की है कि वह भी कोरोना को खत्म में करने के लिए कोरोना संक्रमण का टीका लगाए. इसी के साथ सुजान मल जैन ने यह भी प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक कोर्ट कैंपस के अंदर ही कोरोना वेक्सीन का कैंप नहीं लगेगा, तब तक वह कोरोना वैक्सीन नहीं लगाएंगे. उनकी मांग को देखते हुए ही वकीलों ने कोर्ट कैंपस के अंदर ही एक शिविर की मांग की थी. जिसके बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने कोर्ट कैंपस के अंदर ही कोरोना वैक्सीन शिविर लगाने की अनुमति दी और आज से वकीलों को कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हो गई.