इंदौर। संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती आज है. 14 अप्रैल को उनकी जन्मस्थली महू में होने वाले कार्यक्रम पर इस बार भी कोरोना का साया है. कोरोना गाइडलाइन की वजह से पिछले साल की तरह इस बार भी महू में भव्य कार्यक्रम नहीं होगा. इस बार महू में बाबा साहब की जन्मस्थली पर सादे समारोह में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर याद किया जाएगा. हर साल यहां अप्रैल के शुरुआती हफ्ते से ही तरह-तरह के कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं, लेकिन कोरोना की वजह से इस बार यहां शांति पसरी हुई है.
हर साल होता है भव्य आयोजन
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हर साल महू में भव्य कार्यक्रम होता है. राज्य सरकार यहां दो दिन का आयोजन करती है, जिसमें देशभर से बाबा साहब के अनुयायी शिरकत करते हैं. दो दिन के महोत्सव में 13 अप्रैल को जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, वहीं रात 12:00 बजे अंबेडकर जन्मस्थली स्मारक पर बाबा साहब को सलामी दी जाती है. 14 अप्रैल को पूरे महू शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस साल भी इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है.
महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में आते हैं अनुयायी
बाबा साहब की जयंती के मौके पर हर साल महाराष्ट्र से हजारों लोग महू पहुंचते हैं. इस दौरान रेलवे की तरफ से महाराष्ट्र के कई इलाकों से इंदौर तक के लिए विशेष ट्रेन भी चलाई जाती है. इसके अलावा बसों के जरिए हजारों लोग महू पहुंचते हैं. लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस बार महाराष्ट्र से सटी सीमाओं को राज्य सरकार ने सील किया हुआ है. महाराष्ट्र से एमपी आने वाले लोगों के लिए 72 घंटे पहले की RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य की गई है, जिसके चलते इस बार महाराष्ट्र से अनुयायी नहीं आ रहे हैं.